बेचारी जनता तो असुरक्षित है ही। ऑटो वालों से, अब पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं
CITYMIRRORS-NEWS-पुलिसकर्मी की पिटाई के बाद एक बार फिर पुलिस प्रशासन ने ऑटो चालकों के खिलाफ यातायात प्रबंधन को लेकर सख्त कदम उठाने का ऐलान कर दिया है। पुलिस ने अब ऑटो चालकों को ड्रेस, ड्राइविंग लाइसेंस सहित जरूरी कागजात अपने साथ रखने के सख्त आदेश दिए हैं।उन्हें चेतावनी दी है कि यदि यातायात के नियमों का पालन नहीं करोगे तो अब ऑटो रोड पर नहीं चला सकते। इतना ही नहीं निर्धारित रूट पर भी चलने के आदेश दिए हैं। यह आदेश मंगलवार को डीसीपी विष्णु दयाल ने शहर के सैकड़ों ऑटो चालकों को शहर थाना परिसर में इकट्ठा करने के बाद सुनाए। गौरतलक है कि कुछ दिन पहले भी मुजेसर मेट्रो स्टेशन पर ऑटों चालक और उसकी पत्नी ने एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी थी। वहीं एक बार फिर दो दिन पहले शहर के मुख्य द्वार के पास सिपाही राजपाल को दो ऑटो चालकों ने मारपीट कर घायल कर दिया। पुलिस ने ऑटो चालकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया, लेकिन वह काबू नहीं आए। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने वर्दी पर आई आंच को देखते हुए ऑटो चालकों को यातायात के नियम सिखाने शुरू कर दिए। सभी चौकी इंचार्ज ने अपने-अपने क्षेत्र में ऑटो रिक्शा को रुकवाकर उनकी चेकिंग शुरू कर दी। पुलिस प्रशासन सोमवार देर शाम तक करीब 115 ऑटो के चालान करते हुए 101 ऑटो को इंपाउंड कर दिया, इससे ऑटो चालकों में दहशत पैदा हो गई।मंगलवार सुबह डीसीपी विष्णु दयाल ने सैकड़ों ऑटो चालकों को शहर थाना परिसर में इकट्ठा करवाया। उन्होंने कहा कि उन्हें अब बिना यातायात के नियमों ऑटो नहीं चलाने दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वर्दी, लाइसेंस सहित कागजात के बिना ऑटो नहीं चलने दिया जाएगा। इसके अलावा निर्धारित रूट पर ऑटो चलने दिए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने इंस्पेक्टर युगवेंद्र, सबइंस्पेक्टर जगवीर सिंह व सभी चौकी इंचार्जों को हिदायत दी कि ऑटो चालकों की जांच कर यातायात के नियमों की जांच की जाए। डीसीपी ने कहा कि नीमका जेल के पास पुलिस प्रशासन ने दो एकड़ जमीन ले ली। जहां तार फेसिंग करा दी जाएगी। इसके बाद काबू ऑटो को वहीं एकत्रित किया जाएगा। जहां से करीब पांच दिन बाद ऑटो छूटेगा।