250 से अधिक मामलों में पीडी लखानी को मिली जमानत।
CITYMIRRORS-NEWS- करीब चार महीने से न्यायिक हिरासत में चल रहे लखानी (वरदान) ग्रुप के मालिक उद्योगपति पीडी लखानी को विभिन्न अदालतों से जमानत मिल गई । बुधवार को वे जेल से बाहर आ गए। पीडी लखानी के खिलाफ कई मामले जैसे चेक बाउंस, धोखाधड़ी, लापरवाही से मौत सहित करीब 250 मामले अलग अलग थानों में दर्ज हैं। करीब डेढ़ साल फरार रहने के बाद पीडी लखानी ने 5 अप्रैल को अदालत में आत्मसमर्पण किया था। इसके बाद वे अलग अलग थानों में रिमांड पर रहे। पुलिस ने पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया था। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी तरुण सिंघल, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सौरभ गोसाईं, न्यायिक दंडाधिकारी विवेक सिंह की अदालत में उनके मामले चल रहे हैं। पीडी लखानी के वकील शेखर गुप्ता और राजीव कत्याल ने उनकी जमानत की कोशिशें शुरू कर दी थीं। सभी अदालतों से उन्हें जमानत मिलनी शुरू हो गईं। कुछ मामले उनके ऊपर दिल्ली में भी दर्ज हैं। वहां की पुलिस ने भी उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की थी। दिल्ली की अदालत से भी उन्हें जमानत मिल गई। सभी अदालतों से जमानत मिलने के बाद वे जेल से बाहर आ गए। वकील राजीव कत्याल ने कहा कि पीडी लखानी कानून का सम्मान करते हैं। अब वे सभी मामलों में कानूनी प्रक्रिया का सामना करेंगे। बता दें कि कभी प्रसिद्ध उद्योगपति रहे पीडी लखानी का 2 मई 2009 को फैक्ट्री में हुई आगजनी के बाद बुरा वक्त शुरू हो गया था। उस अग्निकांड में आठ कर्मचारियों की मौत हो गई थी। फैक्ट्री में आग के बाद देनदारियां रुक गईं। इसके बाद उनके ऊपर चेक बाउंस, धोखाधड़ी सहित विभिन्न केस दर्ज होने शुरू हुए। उन पर इंडियन ओवरसीज बैंक के 105 करोड़ रुपये सहित कई अन्य बैंकों, भविष्य निधि, बिजली निगम और माल की आपूर्ति करने वाली कंपनियों का बकाया है।