पुलिस और उनके मंत्री जी के गुंडे लोगो की जान के दुश्मन बने।
Citymirrors-news-पुलिस कमिश्नर अभिताभ सिंह ढिल्लो के कार्यकाल में कभी पुलिस की गुंडागर्दी व कभी गुंडों की गुंडागर्दी खुल कर आमजनों के बीच आ गई हैं, पुलिस के इन हरकतों की वजह से आम जनता में पुलिस के प्रति भरोसा कम होता जा रहा हैं। जब अभिताभ सिंह ढिल्लो के पुलिस कमिश्नर लगने की खबर आई थी,तो लोगों को उन पर काफी भरोसा था कि बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था में कुछ तो सुधार आएगा पर अब लोग यह कहने लगे हैं कि पहले से और ज्यादा शहर में हालत बिगड़ने लगे हैं। लोगों में चर्चा हैं कि पुलिस कमिश्नर अभिताभ सिंह ढिल्लो ने शहर के अधिकतम थानों में जवान उम्र के एसएचओ व क्राइम ब्रांचों के इंचार्ज लगाए हुए हैं जिसमें छोटी -छोटी बिगड़ती बातों के भी बर्दाश्त करने की क्षमता नहीं हैं,क्यूंकि हल्की फुल्की बिगड़ती हुई बातों पर उनकी जवानी ज्यादा उबाल मारने लगती हैं,फिर वहीँ होता हैं जो परसों रात को क्राइम ब्रांच, सेक्टर -85 की टीम ने दो टैक्सी चालकों के साथ सेक्टर -30,क्राइम ब्रांच में किया।
उसे थर्ड डिग्री दे दी और वह शख्स अस्पताल पहुंच गया। अब दूसरा मामला सेक्टर -28 पुलिस चौकी से जुड़ा हैं। सोमदत्त का कहना हैं कि उनकी दुकान सेक्टर -29 के हुड्डा मार्किट में परचून की दूकान हैं जिसे डिपार्टमेंटल स्टोर कहते हैं। उनका कहना हैं कि उनका बेटा अंकित हैं जिसकी उम्र तक़रीबन 20 साल हैं और नोएडा में मास्क कम्युनिकेशन ( मीडिया ) का कोर्स कर रहा हैं। वह परसों छुट्टी होने की वजह से अपने घर फरीदाबाद आया था। उसे थोड़ी देर पहले ही दुकान पर बिठा कर वह घर तक गए थे। इसके तुरंत बाद में पांच लड़के उनके दुकान में घुस कर उनके बेटे अंकित को एक साथ बेहरमी से पीटने लगे जोकि उनके दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इस घटना के बाद जब वह लोग सेक्टर -28 पुलिस चौकी गए तो वहां पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने उनकी सुनवाई करने के बजाए उल्टा उन्हें कहने लगे कि तुम्हारे बेटे अंकित की पहले से ही उनके पास शिकायत आई हुई हैं। इस कारण से वह तुम्हारे बेटे अंकित की पिटाई की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं करेंगें। उनका कहना हैं कि जब गुंडे लोग मेरे बेटे अंकित की पिटाई करते हुए कह रहे थे कि वह केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के आदमी हैं, तुझे जहां जाना हैं तो जा, तेरा कोई पुलिस चौकी व थाने में सुनवाई नहीं करेगा और वहीँ बात सच होता हुआ दिखाई दिया सेक्टर -28 की पुलिस चौकी में।
उनका कहना हैं कि अगर सीसीटीवी कैमरे उनकी दुकान में अगर लगा नहीं होता तो शायद आज पुलिस उन सभी बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की होती। माना जा रहा हैं कि इस केस में बदमाशों ने बिल्कुल सोची समझी साजिश के तहत इस घटना क्रम को अंजाम दिया हैं, जो पहले तो सेक्टर -28 पुलिस चौकी में दरखास्त लगा दी और उसके बाद अंकित की दूकान में घुस कर जमकर पिटाई कर दी। इससे वह अपने मंसूबें को पूरा होने के बाद ,वह आराम से कानूनी उलझनों से बच जाएगा। इसके बाद पीड़ित परिवार के लोग इधर उधर पुलिस के बड़े -बड़े अधिकारीयों के गेट के पास दो -दो घंटों साहब के बुलाबे का इंतजार अपने काम धंधे को छोड़ कर करते रहेंगें फिर भी उनकी कोई नहीं सुनेगा। अंत में थक कर अपने घर में बैठ जाएंगें। सेक्टर -28 पुलिस चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह का कहना हैं कि इस मामले में धारा सिंह व उसके 4 -5 साथियों के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 323 , 506,452 व 34 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया हैं और इस केस में अभी पुलिस जांच की बात कह रही हैं। जिसकी लाइव विडिओ भी हैं। आप साफ़ कह सकते हैं बदमाशों की गिरफ्तारी पर पुलिस की नियत अभी भी साफ़ नहीं हैं।