स्लम्स में रोजगार के लिये प्रोजेक्ट सशक्त शक्ति, को लेकर कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने इंडस्ट्रीज के साथ की अहम बैठक।
Citymirrors.in-फरीदाबाद में स्लम्स में रहने वालों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए हरियाणा के उद्योग, पर्यावरण और कौशल विकास मंत्री विपुल गोयल ने विशेष कार्य योजना बनाई है, इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए होटल ताज विवांता में उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों के साथ मंत्री विपुल गोयल ने बैठक की…जिसमे फरीदाबाद के उद्योग जगत से एफआईए प्रधान संजीव खेमका, उद्योगपति और समाजसेवी नरेंद्र अग्रवाल ,उद्योगपति बीआर भाटिया, उद्योगपति शम्मी कपूर , पूर्व प्रधान आईएमटी पप्पू जीत सिंह सरना सहित कई उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने भाग लिया। इस बैठक में स्लम्स में रहने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए “प्रोजेक्ट सशक्त शक्ति” पर चर्चा हुई…विपुल गोयल जी ने खादी और चरखा के माध्यम से महिलाओं एवं उनके परिवारों को आर्थिक तौर पर मज़बूत बनाने की दिशा में उठाए जाने वाले कदम से सभी को अवगत कराया…विपुल गोयल ने चरखा के द्वारा अन स्किल्ड महिलाओं को घर बैठे रोज़गार देने पर ज़ोर दिया…उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरुआत में 5000 परिवारों को चरखा देने का लक्ष्य रखा गया है और पायलेट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद 40000 से ज्यादा परिवारों को चरखा के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जाएगा..। उन्होंने कहा कि खादी और चरखे के माध्यम से फरीदाबाद की महिलाओं को रोज़गार मुहैया कारने की कोशिश है। इसके लिए चयनित परिवारों को ट्रेनिग से लेकर रॉ मिटीरियल और चरखा सभी कुछ भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त KVIC द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा…और फरीदाबाद में निर्मित माल को बाजार तक पहुंचाने का भी काम करेगा..। भारत सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य के अनुसार लगभग एक चरखे की कीमत ट्रेनिंग और दूसरे खर्चों के साथ 37 हज़ार रुपए पड़ेगी जिसके अनुसार पायलेट प्रजोक्ट के लिए 3.5 से 4 करोड़ का अनुमानित खर्च आएगा..इस मौके पर विपुल गोयल ने सभी से अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी निभाने की अपील की…ताकि लोगों के जीवन स्तर को सुधारने में यह योजना मील का पत्थर साबित हो…उन्होंने कहा कि आज खादी लोगों की पहली पसंद बन गई…इसके लिए हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने खुद पहल की है उन्होंने कार्यक्रम मनकी बात में खादी को अपनाने की लोगों से अपील की तो नतीजा ये निकला कि खादी की मांग 5 साल में 37% तक बढ़ गई है…।विपुल गोयल ने कहा कि सन् 1920 में महात्मा गांधी ने देश की आजादी और समाज की आर्थिक उन्नति के लिए खादी का सहारा लिया था जो आज भी प्रसांगिक है। उन्होंने कहा कि अगर हाल के वर्षों में खादी के कारोबार के आंकड़ें को देखे तो2014-15 में खादी ने 811 करोड़ रुपये का कारोबार किया था तो 2017- 18 में यह आंकड़ा 2,509 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। और 2019-20 में ये आंकड़ा5000 करोड़ के पार जाने की संभावना है। अतः फरीदाबाद के कमजोर तबके के लोगों के लिए यह खादी वरदान साबित होगा।
आज की मीटिंग में उद्योग जगत की नामचीन हस्तियों ने शिरकत की और समाज के उत्थान के लिए अपनी सहमति जताई। इस अवसर पर FIA के प्रेसिडेंट संजीव खेमका जी, जेसीबी से जसमीत जी, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट से अमित भल्ला जी, मारूती कंपनी से मि. खंडेलवाल जी, इंडसइंड बैंक से रवि मोहन हरजाई जी……एचडीएफसी बैंक से विजय भाटी जी ने इस प्रोजेक्ट की तारीफ की और सभी ने अपने अपने सुझाव रखे।