किसानों के हितों पर कुठाराघात कर रहे है रेलवे विभाग के अधिकारी : सत्यवीर डागर
CITYMIRRORS-NEWS-फरीदाबाद किसान संघर्ष समिति के संयोजक सत्यवीर डागर ने जिला प्रशासन तथा रेलवे विभाग पर किसानों की अनदेखी करने, उनके हितों से खिलवाड़ करने के साथ-साथ तानाशाही का आरोप लगाया है। डागर का कहना है कि वर्तमान जिलाधीश ने केवल इस कारण किसानों के खिलाफ रेलवे विभाग के अधिकारियों से एफआईआर दर्ज करा दी क्योंकि किसान उनसे अपने हितों की सुरक्षा की गुहार लगा रहे थे। अब इस संदर्भ में आगामी 11 फरवरी को बल्लभगढ के गांव फतेहपुर बिल्लौच में किसानों की एक महापंचायत बुलाई गई है जिसमें सरकार से पीडि़त सभी किसान हिस्सा लेकर, किसानों के हितों की रक्षा के लिए एक बड़े आंदोलन की घोषणा करेगें। आज यहां नीलम-बाटा रोड स्थित होटल डिलाईट में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सत्यवीर डागर ने कहा कि रेलवे विभाग वर्ष 2011 में मुंबई दादरी डेडीकेटिड फ्रैट कॉरिडोर के प्रस्ताव को लेकर किसानों के पास आया था और विभाग ने किसानों से जमीन के उचित मुआवजे के साथ साथ नौकरी देेने सहित अन्य वायदे लिखित तौर पर किए थे। सत्यवीर डागर का आरोप है कि लेकिन रेलवे विभाग बिना अपने वायदों को पूरा किए गत 31 जनवरी को भूमि पर कब्जा लेने पहुंच गया। जिस पर किसानों ने इसका विरोध किया तो बल्लभगढ़ के एसडीएम अमरदीप जैन तथा डीसीपी विष्णुदयाल ने किसानों व रेलवे अधिकारियों की संयुक्त बैठक एक फरवरी को बुलाई जिसमें किसानों की बात सुन कर अधिकारी दंग रह गए कि किस प्रकार से रेलवे विभाग के अधिकारी अपने वायदों से मुकर कर किसानों के हितों पर कुठाराघात कर रहे हैं। यही नहीं इन अधिकारियों ने रेलवे विभाग से स्पष्ट कहा कि यदि वह लिखित में वायदे देगें तो वह किसानों से आगे बात करेंगें वरना नहीं। जिस पर छह फरवरी को जिला उपायुक्त कार्यालय में रेलवे विभाग व किसानों की बैठक बुलाई लेकिन इस बैठक मे जिला उपायुक्त का रवैया बदला हुआ था तथा उन्होंने किसानों को न केवल बिना बात के वहां से भगा दिया बल्कि रात को ही बातचीत के लिए गए किसानों के खिलाफ थाना सदर बल्लभगढ़ में रेलवे विभाग के अधिकारियों की तरफ से सरकारी काम में बाधा व जान से मारने की धमकी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज करा दिया। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सत्यवीर डागर ने कहा कि आज भी किसानों को न तो पूरा मुआवजा मिला है और न ही किसानों से किए गए अन्य वायदे पूरे किए गए हैं फिर जिला प्रशासन पुलिस का खौफ दिखा कर किसानों से उनकी जमीन को हथियाना चाहता है जिसको किसान सहन नहीं करेगें। उन्होंने कहा कि किसान कोई नई मांग नहीं कर रहे हैं किसानों की एक ही मांग है कि जो वायदे रेलवे विभाग ने जमीन अधिग्रहण से पहले किए थे उनको पूरा किया जाए। डागर ने आश्चर्य व्यक्त किया कि इस प्रोजेक्ट को बनाने वाली जापान की कंपनी जायका ने भी किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए उन मांगो को पूरा करने की बात न केवल रेलवे विभाग के अधिकारियों से कही है बल्कि किसानों से भी वायदा किया था, लेकिन आज जिला प्रशासन अपनी तानाशाही पर आकर किसानों को जेल भेज कर उनकी उपजाउ जमीन हथियाने के प्रयास में लगा है। श्री डागर ने कहा कि अब किसान और लूटने पिटने को तैयार नहीं है तथा अपने हितों की रक्षा करना जानता है इस कारण इस क्षेत्र के सभी किसान चाहे वह किसी भी प्रकार से सरकार से पीडित हो आगामी 11 फरवरी को बल्लभगढ के गांव फतेहपुर बिल्लौच में एकत्रित होकर आपस में पंचायत कर सरकार के खिलाफ एक संयुक्त आंदोलन की रुपरेखा बनाएंगें ताकि किसानों के हितों की रक्षा की जा सके। उन्होंने सरकार से भी अपील की है कि इस क्षेत्र के किसान देश के विकास के लिए हमेशा सरकार के साथ खडे हैं पर तानाशाही तथा अपने हितों पर कुठाराघात किसान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहंी करेंगें, इस कारण सरकार किसानों के हितों की रक्षा के अपने वायदे को निभाए तथा विभिन्न प्रोजेक्टों में जो किसानों को ठगने का काम किया जा रहा है उसको बंद करे। पत्रकार वार्ता को फतेहपुर से फरीदाबाद किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष मकरंद शर्मा, नवादा से राज नागर, नीमका से राजवीर, खेड़ी से प्रकाश, ऋषिराज त्यागी आदि किसान नेताअेां ने भी संबोधित किया।