Citymirrors.in-फरीदाबाद। महिला प्राकृति की अनमोल धरोहर है, उसके बिना सभ्य समाज की कल्पना असंभव है। इसलिए महिलाओं को बराबरी के सभी अधिकार मिलने चाहिए। उक्त शब्द फरीदाबाद की प्रथम नागरिक महापौर सुमन बाला एवं जिला भाजपा व्यापार सैल के कोर्डीनेटर राजन मुथरेजा ने संयुक्त रूप से कहे। उपरोक्त दोनो नेता स्वावलंबन ट्रस्ट एवं डीएवी कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित महिला अंर्तराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में पहुंचे थे। समारोह में ट्रस्ट की अध्यक्षा मेघना श्रीवास्तव व उनकी टीम ने महापौर सुमन बाला व युवा भाजपा नेता राजन मुथरेजा का जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर राजन मुथरेजा ने कहा हमारे हर घर में महिला मां, बहन, पत्नी, बेटी और अनेक रूपों में विद्यमान है। महिला हर बच्चे की प्रथम अध्यापिका और गुरू है, तथा जीवन के हर मोड पर कंधे से कंधा मिलाकर हमारी सफलता की भागीदार है। इसलिए हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढाओ का नारा दिया। उन्होने कहा भाजपा सरकार ने महिलाओं के लिए अनेक योजनाएं शुरू की, ताकि महिलाएं किसी क्षेत्र में पीछे न रहें। समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में शिक्षाविद् जगदीश चौधरी, डॉ. एम.पी. शर्मा, समाजसेवी ममता भडाना, सेवानिर्वत न्यायधीश रंजना शर्मा, रेडक्रॉस के सचिव विकाश शर्मा, समाजसेवी सुनील कंडेरा, भाजपा नेता अनीता शर्मा, डॉ. विजयवंती, सुषमा गुप्ता, उत्र्कषा मौजूद रही। समारोह में वक्ताओं ने कहा महिला दिवस केवल एक दिन का नहीं, बल्कि हर रोज है। हमारे देश की महिलाएं संघर्षशील, मेहनती और धर्म का पालन करने वाली हैं। मगर समाज के कुछ नियम गलत हैं जो उनकी आजादी को छीनते हैं। महिला भी महिला की दुश्मन बनी हुई है जो नहीं होना चाहिए। उन्होने कहा सरकारों को ऐसे नियम बनाने चाहिए, ताकि महिलाएं स्वतंत्र रूप से पुरूषों की तरह काम कर सकें। संस्था के संबंध में जानकारी देते हुए अध्यक्षा मेघना श्रीवास्तव ने कहा कि धरती पर महिला न होती तो समाज की कल्पना भी न होती। इसलिए जब उनके हृदय में समाजसेवा की बात आई तो उन्होने गरीब, कमजोर और अशिक्षित महिलाओं को समाज की मुख्यधारा से जोडने के बारे में सोचा। उन्होने देखा आज भी महिलाएं अशिक्षित हैं और जो नियम उनके घर के पुरूषों ने बना दिए हैं उन पर चल रही हैं। उन्होने अपनी संस्था का नाम स्वावलंबन इसलिए रखा ताकि उन महिलाओं को शिक्षित कर सकें जो आज भी अज्ञानता के कारण अपने अधिकारों से वंचित हैं। उनकी संस्था महिलाओं को सिलाई-कढाई, रोजगार की जानकारी, तकनीकि शिक्षा, कानूनी शिक्षा और सरकारी योजनाओं के संबंध में बताती है। संस्था रक्तदान व स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित करती है ताकि महिलाओं को सभी तरह के माहौल को समझने के लिए प्रेरित किया जा सके। उनको शिक्षित करके रोजगार दिलाने का काम संस्था कर रही है, ताकि वह स्वाभिमान के साथ अपना जीवन जी सकें। इस अवसर पर संस्था के महासचिव राघवेन्द्र मिश्रा, संगठन सचिव विनय खरे, कोषाध्यक्ष अतुल श्रीवास्वत, सचिव गीता नागपाल, कानूनी सलाहकार पूनम राघव, स्वास्थ्य सचिव दर्शन भाटिया, सदस्य अजय, बलदेव, डॉ. कुंवर सिंह, प्रवीन, नदीम ने आए हुए अथितियों का स्वागत किया।