कांग्रेस प्रत्याशी को जनता का हर जगह मिल रहा है समर्थन ,कांग्रेस के लिये अवतार साबित हो रहे है अवतार भड़ाना।
Citymirrors.in-कांग्रेस के अवतार ने रूठों को मनाकर चुनावी रफ़्तार पकड़ ली है ,जिस कारण कृष्ण पाल गुर्जर खेमे में बेचैनी बढ़ने लगी हैं। अवतार भड़ाना को लंबी रेस का घोडा यूं ही नहीं कहा जाता है। उसे रूठों को मनाना बहुत अच्छी तरह से आता है। यें अवतार भड़ाना ही है जो दूसरे प्रदेश में भी जाकर हरी हुई बाज़ी जीतकर सब को चौका देते है। फरीदाबाद में पहले जहां कांग्रेस प्रत्याशी टिकट बदलाव के चलते और रूठों को मनाने के चक्कर में पिछड़ते दिखाई दे रहे थे वही अब चुनावी दौड़ में भाजपा प्रत्याशी के एकदम पीछे आ खड़े हुए हैं। दिन पर दिन कोंग्रेसी प्रत्याशी मजबूत और भाजपा के कृष्ण पाल गुर्जर पिछड़ते जा रहे हैं। कछुए की गति से धीरे धीरे मजबूती से आगे बढ़ रहे अवतार ने कृष्ण खेमे में बेचैनी बढ़ा दी है। कृष्ण पाल गुर्जर के एक कट्टर समर्थक ने बताया कि अवतार दिनप्रतिदिन मजबूत हो रहा है और कृष्ण पाल कमजोर हो रहा है। फरीदाबाद का लोकसभा चुनाव एकदम अलग राह पर चल पड़ा है यहां मोदी फैक्टर नहीं बल्कि उम्मीदवार की व्यक्तिगत छवि मुद्दा बनी हुई है। फरीदाबाद में सभी विपक्षी प्रत्याशियों ने निवर्तमान सांसद को मामा-भांजे का मुद्दा बना दिया है , हर कोई फरीदाबाद को मामा -भांजे के आतंक से मुक्त कराने की बात दोहराकर वोट मांग रहा है। यहां मोदी मुद्दा ही नहीं बनपाया है। कांग्रेस प्रत्याशी अवतार भड़ाना व्यक्तिगत प्रहार करने से नहीं चूक रहा, मामा-भांजे को जेल भिजवाकर फरीदाबाद की जनता को उनके भय और गुंडाराज से मुक्त कराने की बात कर वोटरों को लुभा रहा है। व्यक्तिगत मुद्दा सभी मुद्दों को गौण कर रहा है जो कि निवर्तमान सांसद की मुसीबत बढ़ाने का कारण बन रहा है। अभी चुनाव में सप्ताहभर है। चुनावी माहौल अभी कईबार करवट लेगा। ये भविष्य के गर्भ में है कि फरीदाबाद में फिर से बंसी बजाएंगे कृष्ण या फिर कांग्रेस का होगा अवतार ?