Home›Faridabad›चित्रगुप्त जी के हाथों में कर्म की किताब, कलम, दवात है। ये कुशल लेखक हैं और इनकी लेखनी से जीवों को उनके कर्मों के अनुसार न्याय मिलता है। सीमा त्रिखा
चित्रगुप्त जी के हाथों में कर्म की किताब, कलम, दवात है। ये कुशल लेखक हैं और इनकी लेखनी से जीवों को उनके कर्मों के अनुसार न्याय मिलता है। सीमा त्रिखा
Citymirrors.in-सेक्टर-21डी के चित्रगुप्त पार्क में कायस्त भुर्जी समाज सेवा समिति की और से चित्रगुप्त जी महाराज के भव्य पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यतिथि के रुप में स्थानीय विधासक सीमा त्रिखा मौजूद रही । कार्यक्रम में कायस्त भुर्जी समाज सेवा समित के प्रधान लक्ष्मण सक्सेना, यूपी के प्रधान प्रदीप भटनागर , बालकृष्ण भटनागर केशियर सुरेश श्रीवास्तव, सचिव तरुण भटनागर , रामसिंह माथुर और अतुल भटनागर ने विधायक सीमा त्रिखा का स्वागत बुके द्वारा किया। इस मौके पर कायस्त भुर्जी समाज सेवा समिति के प्रधान लक्ष्मण सक्सेन ने समित द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक कार्यों का ब्योरा दिया। इस मौके पर स्थानीय विधायक सीमा त्रिखा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहे कि कायस्त भुर्जी समाज सेवा समित की और से आयोजित चित्रगुप्त जी महाराज का भव्य पूजा कार्यक्रम अपने आप में यह प्रमाण है कि हम चाहे कितने भी आधुनिक युग में जी ले। लेकिन भगवानों और महापुरुषों वह विद्वानों को नहीं भूलना चाहिए। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है। आप लोगों ने पूजा का जो कार्यक्रम रखा है। उसके लिए आप सब को बधाई । भगवान चित्रगुप्त जी के हाथों में कर्म की किताब, कलम, दवात है। ये कुशल लेखक हैं और इनकी लेखनी से जीवों को उनके कर्मों के अनुसार न्याय मिलता है। हमारी आज की युवा पीढ़ी को भगवान चित्रगुप्त के बारे में तभी जानने और उनकी शक्तियों के बारे में जानने का मौका तभी मिल सकता है जब ऐसे कार्य्रक्रम होते रहेेंगें। कार्यक्रम के अंत में लंगर का भी आयोजन किया