नाबार्ड द्वारा मंगलवार को एन एस आई सी, नीमका के सहयोग से सूरजकुंड मेले में भाग ले रहे 50 ग्रामीण शिल्पकारों और स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के लिए एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
Citymirrors.in-33 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में नाबार्ड द्वारा प्रायोजित देश के ग्रामीण कारीगरों के लिए विपणन से जुड़े पहलुओं पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन ग्रामीण शिल्प और दस्तकारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नाबार्ड ने 33 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में 50 स्टॉल प्रायोजित किए हैं, ताकि देश के ग्रामीण कारीगरों, शिल्पकारों और उद्यमियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का यह मंच सुलभ हो सके। देश भर के ग्रामीण उद्यमियों और कारीगरों को विपणन (मार्केटिंग) का अवसर मुहैया कराने के प्रयोजन से नाबार्ड पिछले नौ सालों से सूरजकुंड मेले में भाग ले रहा है।इस सिलसिले में नाबार्ड द्वारा दिनांक मंगलवार को एन एस आई सी, नीमका के सहयोग से सूरजकुंड मेले में भाग ले रहे 50 ग्रामीण शिल्पकारों और स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के लिए मार्केटिंग से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, ताकि ये शिल्पकार मार्केटिंग, ब्रांडिंग, पैकेजिंग, आदि के नए तौर-तरीके सीखकर शहरी उत्पादकों से मुक़ाबला करने में समर्थ हो सकें। यह प्रशिक्षण नीमका स्थित एन एस आई सी के तकनीकी सेवा केंद्र में आयोजित किया गया, जहां संस्थान के उप महाप्रबंधक श्री राजेश कुमार ने नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक श्री सुबोध कुमार और नाबार्ड द्वारा प्रायोजित ग्रामीण शिल्पकारों और उद्यमियों का स्वागत किया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को विपणन, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और संप्रेषण पर विस्तारपूर्वक जानकारी दे गई। साथ ही, प्रतिभागियों ने संस्थान में उपलब्ध अत्याधुनिक मशीनों और उपकरणों के माध्यम से पैकेजिंग और प्रसंस्करण का व्यावहारिक ज्ञान भी अर्जित किया।
ग्रामीण शिल्पकारों और उद्यमियों को प्रदर्शनियों और मेलों तथा बाज़ार के अन्य अवसर उपलब्ध कराते हुये मार्केटिंग जुड़े विषयों पर प्रशिक्षण देना नाबार्ड के हरियाणा क्षेत्रीय कार्यालय की एक अनूठी पहल है।