जग्गा फैमिली कई बार रक्तदान कर सामाजिक कार्यों में हमेशा ही रहा है आगे।
CITYMIRR0RS-NEWS- मैंने पहली बार रक्तदान वर्ष 1987 में किया,जब मेरे 1 साल के भतीजे को हीमोफीलिया बीमारी होने के कारण रक्त की आवश्यकता पड़ी। उसके बाद लगातार जब जब उसे चोट लगती थी, तो रक्त चढ़ाना पड़ता था।
वर्ष 1989 में फरीदाबाद में बैंक में नौकरी लगने पर मैं फरीदाबाद आ गया, फिर भी जब जब राजस्थान जाना होता था, आवश्यकता होने पर रक्तदान के लिए हमेशा तैयार रहता था, और रक्तदान करता भी था।
1999 में मानव सेवा समिति एवं भारत विकास परिषद् से जुड़ने के बाद रक्तदान करने एवं औरौं से भी रक्तदान करवाने के प्रति रुचि बढ़ती चली गई।
अब तक मैं 46 बार रक्तदान कर चुका हूं एवं पिछले 4 वर्षों से लगातार प्रशासन द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका हूं। मेरी पत्नी श्रीमती नीरज जग्गा भी 17 बार रक्तदान कर चुकी है, एवं पिछले 3 वर्षों से प्रशासन द्वारा सम्मानित हो चुकी है। इस वर्ष भी 14जून के लिए प्रशासन का आमंत्रण पत्र आ चुका है।
मेरी बेटी दीक्षा जग्गा भी 2 बार रक्तदान कर चुकी है एवं बेटा समीर जग्गा अभी 19 वर्ष का है और 2 बार रक्तदान कर चुका है।
मैं और मेरा पूरा परिवार हमेशा रक्तदान के लिए तैयार रहता है, एवं हमें रक्तदान करने पर बहुत खुशी का एहसास होता है।