सुरेंद्र तेवतिया द्वारा आयोजित ‘किसान दिवस रैली’ में उमड़ा लोगों का जनसैलाब
Citymirrors.in-प्रदेश के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने किसानों से आह्वान किया है कि वह खेती को व्यवसाय के साथ जोड़ें, जिससे कि चव्वनी की बजाय दो रुपये की आय होना संभव हो सके क्योंकि आज अर्थव्यवस्था कृषि आधारित न होकर सर्विस व उद्योग पर आधारित है। कैप्टन अभिमन्यु पृथला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव मोहना स्थित अनाज मंडी में प्रदेश के लेबर फेडरेशन के चेयरमैन सुरेंद्र तेवतिया द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह की जयंती के अवसर पर आयोजित ‘किसान दिवस रैली’ में उपस्थित क्षेत्र के लोगों को संबोधित कर रहे थे। किसान दिवस रैली मेें पहुंचने पर कैप्टन अभिमन्यु व केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर का आयोजक सुरेंद्र तेवतिया के साथ-साथ तेवतिया पाल, डागर पाल, अखिल भारतीय जाट महासभा, क्षत्रिय सभा, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा, पांचाल सभा, सैनी समाज, डा. अंबेडकर महासभा, बोहरे की सरदारी, मोहना, फतेहपुर बिल्लौच, पृथला, जवां, सीकरी, जुन्हेड़ा, बहबलपुर, अटाली इत्यादि के मौजिज लोगों ने सम्मान प्रतीक पगड़ी बांधकर एवं उन्नति का प्रतीक हल भेंट कर स्वागत किया। कड़ाके की ठंड के बावजूद लोगों में रैली को लेकर उत्साह इस कद्र बना हुआ था कि लोगों का हजूम नाचते-गाते रैली स्थल पर पहुंच रहा था। किसान, मजदूर, कमेरा वर्ग के प्रेरणास्त्रोत पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चरण सिंह के जीवनवृत पर प्रकाश डालते हुए कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि चौ. चरण सिंह ने दलगत राजनीति व जाति विशेष से ऊपर उठकर हमेशा दबे कुचले वर्ग व किसानों के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष किया। अंग्रेजों के समय में भी उन्होंने अपने संघर्ष को जारी रखा था और जेलें काटी। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. जवाहरलाल नेहरु द्वारा किसानों की भूमि को एकत्र कर कॉपरेटिव फार्मिंग की योजना का न सिर्फ उन्होंने नागपुर अधिवेशन में विरोध ही किया था बल्कि किसानों को सम्मान से जीने का रास्ता भी सुझाया। अगर जवाहर लाल नेहरु कॉपरेटिव फार्मिंग योजना को लागू कराने में सफल हो जाते तो आज किसान खेत में एक मजदूर बनकर ही काम करता रहता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने राज में सिर्फ पूंजीपतियों के ही हितों को साधा, यही कारण है कि सोने के रेट तो 70 सालों में 200 गुना तक बढ़ गए किंतु किसान की फसल के मूल्य 15 गुना ही बढ़ पाए। उन्होंने प्रदेश की पूर्व सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों ने मुआवजे के नाम पर भी किसानों के साथ छलावा किया। चौटाला सरकार के कार्यकाल में 40 करोड़ प्रति वर्ष व हुड्डा सरकार में 80 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष मुआवजा राशि बांटी गई, जबकि वर्तमान सरकार ने एक हजार करोड़ प्रतिवर्ष मुआवजा राशि बांटी है। पूर्व की सरकारों द्वारा बांटी गई मुआवजा राशि वर्तमान सरकार द्वारा बांटी गई मुआवजा राशि के ब्याज के बराबर भी नहीं है। प्रदेश की बिजली व्यवस्था पर विस्तार से बताते हुए कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि सरकार ने अपने वायदे अनुसार प्रदेश के 6500 गांवों में से 2850 गांवों में चौबीस घण्टे बिजली उपलब्ध करवाना शुरु कर दिया है और अगर शेष बचे गांव भी सरकार की शर्ते मान लेते है तो उनमें भी चौबीस घण्टे बिजली उपलब्ध कराई जा सकेगी। उनका कहना था कि चौबीस घण्टे बिजली उपलब्ध होने के बावजूद भी उपभोक्ता को बिल का बोझ नहीं सहना पड़ेगा क्योंकि सरकार ने प्रदेशवासियों के हितों को ध्यान में रखते हुए 44 प्रतिशत तक बिजली दरों में कटौती की है। कैप्टन अभिमन्यु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बात का धनी बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते है, वह करके भी दिखाते है। यही कारण है कि आज अमेरिका, जापान, चीन, जर्मन के अलावा अन्य कई मुल्कों के शासक उनकी बात को सुनने के लिए अहमदाबाद तक आते है। मंच के माध्यम से उन्होंने प्रदेश के किसानों, युवाओं व कमेरे वर्ग को भरोसा दिया कि उनके हितार्थ जितनी भी योजनाएं बनेगी, उनके लिए धन की कमी नहीं आने देंगे और उनके हितों की रक्षा के लिए ढाल बनकर खड़े रहेंगे। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि चौ. चरण सिंह एक किसान नेता के साथ-साथ एक अच्छे अर्थशास्त्री भी थे और आज मोदी सरकार चौधरी चरण सिंह के अर्थशास्त्र पर योजनाएं केंद्रित कर किसानों के हितार्थ कार्य कर रही है। पूर्व की सरकारों ने किसानों से कभी यूरिया के नाम पर तो कभी मुआवजे के नाम पर छलावा किया था, किंतु वर्तमान मोदी सरकार ने न सिर्फ किसानों की फसल का प्रतिशत घटाकर उन्हें उचित मुआवजा ही दिया बल्कि भरपूर मात्रा में यूरिया भी उपलब्ध करवाई। श्री गुर्जर ने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर विपक्ष द्वारा पकाई जा रही महागठबंधन की खिचड़ी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देश के लोगों को सोचना होगा कि उन्हें मोदी के नेतृत्व में मजबूत व विकास करने वाली सरकार चाहिए या अपनी दलगत राजनीति को चमकाने के लिए बनने वाले महागठबंधन की मजबूर सरकार चाहिए। श्री गुर्जर ने किसान दिवस रैली के सफल आयोजन पर आयोजक सुरेंद्र तेवतिया को बधाई देते हुए कहा कि सुरेंद्र भी गरीब, मजदूर की आवाज बनकर क्षेत्र में कार्य कर रहे है और किसान दिवस रैली में अपार जनसमूह का आना जीता जागता सबूत है। इस अवसर पर रैली के आयोजक चेयरमैन सुरेंद्र तेवतिया ने किसान दिवस रैली में पहुंचने पर पृथला क्षेत्र के लोगों का आभार जताते हुए कहा कि कड़ाके की ठंड में उमड़ा जनसैलाब यह दर्शाता है कि क्षेत्र के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, सांसद कृष्णपाल गुर्जर व उनमें विश्वास रखते है। उन्होंने कांग्रेस को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि अगर किसानों का सर्वाधिक शोषण किसी सरकार में हुआ है तो वह है कांग्रेस पार्टी, जबकि पिछले चार वर्षाे में भाजपा ने किसानों के हितों में अनेक योजनाएं चलाकर किसानों को लाभान्वित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से भाजपा का विधायक न होने के बावजूद जिस प्रकार से मुख्यमंत्री मनोहर लाल व केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने करोड़ों रुपये के विकास कार्य करवाए है, उससे भाजपा की सबका साथ-सबका विकास की नीति सार्थक साबित होती है। उन्होंने कहा कि उनके पिता का इस क्षेत्र के लोगों से खासा लगाव था इसलिए इस क्षेत्र को उन्होंने सेवा के लिए चुना है और वह एक लायक बेटे की तरह इस क्षेत्र की सेवा करते रहेंगे। इस मौके पर चेयरमैन हरिप्रकाश गौतम, मार्किट कमेटी के चेयरमैन नरेंद्र अत्री, भाजपा जिलाध्यक्ष जवाहर सौरोत, भूपेश रावत, संदीप शर्मा पन्हेड़ा, भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुखबीर मलेरना, वजीरसिंह डागर, ओमप्रकाश धनखड़, मोहना के सरपंच दानी, महेश अत्री मोहना, पार्षद बीर सिंह नैन, कपिल डागर, जिला पार्षद अवतार सारंग, विक्रम सिंह, अमर सिंह सरपंच, रणजीत सरपंच, धर्मपाल सरपंच, नरोत्तम सिंह, अजीत सिंह तेवतिया, राजपाल नंगला, सुभाष सरपंच, जगदीश तेवतिया, शैलेंद्र सिंह, भूपेश मोहला, दयानंद बैंदा, मनोज भाटी, प्रकाश भाटी, बेगराज सरपंच, सुरेंद्र शर्मा बबली, हरीचंद सरपंच, जोगेंद्र पहलवान, मनोज तेवतिया, गंगाराम नंबरदार, अशोक नंबरदार सहित अनेकों गणमान्य लोग उपस्थित थे।