Citymirrors.in-आज कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी और बल्लभगढ़ रियासत के राजा नाहर सिंह सहित उनके वीर क्रांतिकारी साथियों खुशहाल सिंह, गुलाब सिंह सैनी और भूरे सिंह बाल्मिकी के शहादत दिवस पर उन्हें याद करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर दीपेन्द्र ने कहा कि बल्लभगढ़ रियासत के राजा नाहर सिंह विभाजनकारी और षडयंत्रकारी अंग्रेजी हुकूमत के जुल्मों और मनमानी तथा बांटो और राज करो जैसी नीतियों के खिलाफ लगातार डटकर लोहा लेते रहे और अपने पराक्रम से हर बार अंग्रेजों को हार का मुँह देखने पर विवश कर देते थे। अंग्रेज बिग्रेडियर शावर्स को राजा नाहर सिंह के सामने हर बार हार का सामना करना पड़ा। यहाँ तक कि अंग्रेज कलेक्टर विलियम को अपनी जान बचाकर भागना तक पड़ा। शौर्य, स्वाभिमान और वतनपरस्ती की प्रतिमूर्ति राजा नाहर सिंह को अंग्रेजों ने षड़यंत्र रचकर धोखे से कैद कर लिया और आज ही के दिन उनको तथा उनके तीन अन्य वीर क्रांतिकारी साथियों खुशहाल सिंह, गुलाब सिंह सैनी और भूरे सिंह बाल्मिकी को भी फांसी पर लटका दिया।
सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि देश की आजादी के संघर्ष में वीर क्रांतिकारियों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। आज एक बार फिर से विभाजनकारी ताकतें देश को बांटने और राज करने की नीति पर चल रही हैं। ऐसे में सभी बिरादरी के लोगों को एकजुट होकर इन विभाजनकारी ताकतों को करारा जवाब देने का वक्त आ गया है।