दिल्ली चलो अभियान नेशनल आईएमए के आह्वान पर आयोजित किया जाएगा।
CITYMIRRORS-NEWS-प्रदेश में डॉक्टरों के साथ आए दिन हो रही मारपीट से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन में भारी रोष व्याप्त है। डॉक्टरों के साथ हो रही मारपीट के विरोध में प्रदेश के सभी डॉक्टर दिल्ली चलो मुहिम के तहत प्रदेश के 6000 से अधिक डॉक्टर 6 जून को केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ हड़ताल पर रहेंगे। देश की राजधानी की ओर कूच करेंगे और राजघाट पर एकत्रित होकर इंदिरा गांधी इंडाेर स्टेडियम में मांगों लेकर विचार विमर्श करेंगे। दिल्ली चलो अभियान नेशनल आईएमए के आह्वान पर आयोजित किया जाएगा। यह बात प्रदेश आईएमए के प्रधान डॉ़ एपी सेतिया ने रविवार को नीलम-बाटा रोड स्थित होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। डॉक्टरों के साथ हो रही हिंसा से स्वयं को काफी असुरक्षित महससू कर रहे हैं। इसके चलते एसोसिएशन के सदस्य छ: जून को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा का ज्ञापन सौपेंगे और डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सख्त बनाने की मांग रखेंगे। इसके अलावा अन्य कई मांगे भी रहेंगी, जिन्हें केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री के सामने रखी जाएंगी, जो कि लोकजन के हित में भी होंगी। डॉक्टरों की सुरक्षा वॉयलेंस अगेंस्ट डॉक्टर्स एक्ट बनाया जाए और इसे सख्ती से लागू किया जाए। इस दौरान हरियाणा स्टेट आईएमए के संरक्षक डॉ़ अनिल गोयल ने कहा कि एक डॉक्टर अपने मरीज की जान बचाने की पूरी कोशिश करता है, लेकिन जान बचाने की जद्दोजहद में मरीज की मौत हो जाती है, लेकिन मरीज के परिजनों को लगता है कि उसकी मौत के पीछे डॉक्टर की लापरवाही है। सरकार, सामाजिक संस्थाओं को लोगों को जागरूक करना चाहिए और समझाने की कोशिश करनी चाहिए। जिला प्रधान डॉ़ सुरेश अरोड़ा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा 30 मार्च को हॉस्पिटल पॉलिसी बनाई गई है, जिसे वर्तमान में चल रहे नर्सिंग होम्स के फॉलो करना मुश्किल है। इसे लेकर एक प्रतिनिधि मंडल प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मिला था और उन्होंने इस पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि मरीजों को लगता है कि दवाओं के मूल्य डॉक्टर निर्धारित करते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। दवाओं के मूल्य सरकार और दवा निर्माता कंपनी करती है। सरकार को दवाओं पर टैक्स हटाना चाहिए, ताकि महंगी दवाओं के चलते किसी मरीज की जान नहीं जाए। इस दौरान ग्रुरूग्राम के प्रधान डॉ़ नरेश शर्मा, महासचिव डॉ़ संजय नरूला, पलवल प्रधान डॉ़ गुलशन अरोड़ा, डॉ़ ललित हसीजा और डॉ़ एसबी पाराशर मुख्य रूप से उपस्थित थे।