पलवली हत्याकांड के आरोपी पक्ष के परिजन भारी सुरक्षा बल के साथ पलवली गांव में आज अपने निवास पर लौट आए
CITYMIRRORS-NEWS-पलवली हत्याकांड के आरोपी पक्ष के परिजन भारी सुरक्षा बल के साथ पलवली गांव में आज अपने निवास पर लौट आए और अपने पांचों मकानों के ताले खोले, जहां से चौकानें वाली कई खबरें निकल कर सामनें आई हैं। पिछलें साढ़े तीन महीनें से यह सभी लोग अपने घर से दूर अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए थे। क्यूंकि वहां पीड़ित पक्षों के सदस्यों ने इन लोगों के प्रति खोफ पैदा किए हुए था जिसको पुलिस प्रशासन ने इस कार्रवाई से कोसों दूर कर दिया हैं। पुलिस प्रशासन ने आज गंभीरता से लेते हुए भारी पुलिस फाॅर्स के साथ में आरोपी पक्ष के परिजनों को पलवली गांव में अपने घरों में भेज दिया। देखा गया हैं कि घरों के बिजली के कनेक्शनों जोड़ दिया गया और सीसीटीवी कैमरे को चालू कर दिया गया हैं और परिजनों ने अपने घरों की सफाई का कार्य शुरू करवा दिया हैं।इस दौरान एसीपी सराय यशपाल खटाना, एसीपी जय प्रकाश, एसएचओ राकेश कुमार, भूपानी थाने के एसएचओ अनिल कुमार,सेंट्रल थाने के एसएचओ राजदीप मोर, क्राइम ब्रांच सेक्टर -30, क्राइम ब्रांच खेड़ीपुल व बीपीटीपी क्राइम ब्रांच, महिला थाने के एसएचओ सविता रानी के साथ भारी पुलिस फाॅर्स मौजूद थे। आरोपी पक्षों ने आरोप लगाया है कि करीब साढ़े -तीन महीनों के बाद आज पुलिस की सहायता से अपने घरों में वापिस लौटे हैं जब हम लोग घर पहुंचे तो देखा कि घरों के शीशे टूटे पड़े हैं, पूर्व सरपंच बिल्लू के घरों के सभी अल्मारियों खुली हुई थी और उसमें से गहने व नगदी गायब हैं। उनका कहना हैं कि लोगों ने उनके माली को यहां से भगा दिया व कई पशु अब भी लापता हैं। उनका कहना हैं कि तक़रीबन 25 किले में गोभी की फसलें थी वह सब खेतों से काट कर लोगों ने गायब कर दिए। सवाल के जवाव में उनका कहना हैं कि पीड़ित पक्षों ने पहले से ही उन लोगों को मारने की तैयारी की हुई थी जिसका उन लोगों को बिल्कुल मालूम नहीं था।पूर्व सरपंच बिल्लू तो उन लोगों को समझने के लिए गया हुआ था कि बच्चों को रास्ते में रोक कर धमकी न दें यदि उन लोगों से कोई शिकायत हैं तो उन्हें या उनके घरों के बुजुर्गों को बताएं यह बात कह कर वह वापिस अपने घर की तरफ चल दिए तो पीछे की तरफ से पीड़ित पक्ष के लोगों ने बिल्लू के सिर पर फरसे व लाठी-डंडों से कातिलाना हमला कर दिया । उनका कहना हैं कि यदि उनके देवर ने अगर गोली नहीं चलाई होती तो हम सबके के सब मारे गए होते , मेरे देवर ने अपने परिवार की सुरक्षा के लिए गोलियां चलाई थी। उनका कहना हैं कि पीड़ित पक्षों ने पहले से उनके परिवार से भिड़ने की तैयारी की हुई थी जिसका उन्हें बिल्कुल भनक तक नहीं लगा। उनका कहना हैं कि वह लोग अपने बेटी की शादी की तैयारी में लगे हुए थे उसकी शादी बीते 11 नवंबर को होनी थी जिसे घटना के बाद तारीख आगे बढ़ा दी हैं। उनका कहना हैं कि उनका पति अंधा हैं जिसे बिल्कुल दिखाई नहीं देता हैं और उसका बेकसूर बेटा जेल में बंद हैं और बहु अपने मायके हैं। उनका कहना हैं कि 10 गां व के लोग व उनके परिजन निर्दोष हैं जिन्हें झूठे आरोप लगा कर जेल में बंद कर दिया हैं। वह लोग सरकार व प्रशासन ने अनुरोध करते हैं कि उनके साथ इंसाफ अवश्य करें।