चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला हनुमान जयंती का त्योहार इस बार कुछ खास है। प्रदीप राणा
citymirrors-news- प्राचीन हनुमान मंदिर सेक्टर 22 में हनुमान जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर के चेयरमैन प्रदीप राणा व मंदिर के प्रधान गंगेश तिवारी ने मंदिर में हनुमान जी पूजा अर्चना की। वहीं हनुमान जी की आरती मंत्र पाठ किया गया। इस अवसर पर प्रदीप राणा ने कहा हनुमान जयंती का त्योहार उनके भक्तों के लिए एक खास ही महत्व रखता है। चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला हनुमान जयंती का त्योहार इस बार 11 अप्रैल को मनाया जा रहा है। 2017 में संकटमोचन का यह त्योहार बेहद खास है। ज्योतिषियों की गणना के अनुसार 120 साल बाद यह संयोग देखने को मिला है। बजरंग बली का यह पावन त्योहार यूं तो हर बार ही खास होता है
मगर इस बार का योग सदियों बाद देखने को मिल रहा है। 11 अप्रैल को जो वार, तिथि, नक्षत्र पड़ रहे है वह ठीक उस शुभ घड़ी से मिल रहे हैं जब त्रेता युग में संकटमोचन हनुमान ने वानररुप में मां अंजनी की कोख से जन्म लिया था। दिन मंगलवार, पूर्णिमा तिथि, चित्रा नक्षत्र योग मिलकर उसी शुभ संयोग का संकेत कर रहे हैं। साथ ही गजकेसरी और अमृतयोग भी इस बार की जयंती पर बन रहा है। माना जा रहा है कि ऐसा ही शुभ अवसर साल 2021 में भी एक बार फिर देखने को मिलेगा। हनुमान जयंती पर जिन लोगों पर शनि के साढ़ेसती और ढैय्या चल रही होगी, उनके लिए भी यह दिन काफी शुभ माना जा रहा है। समाजसेवी प्रदीप राणा ने बताया कि वह कई बार धार्मिक किताबे पढ़ने में रुचि लेते है। वहीं सभी धर्मों के फेस्टिवल में बढ़चढ़ कर भाग लेते है। प्रदीप राणा ने बताया कि हनुमान जयंती हिन्दुओं का एक प्रसिद्द त्यौहार है। यह त्यौहार महान वानर देव हनुमान जी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। हनुमान जयंती को हनुमत जयंती के नाम से भी जाना जाता है। यह त्यौहार सम्पूर्ण भारत में श्रद्धा हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर मंदिर के प्रधान गंगेश तिवारी ने कहा कि आज पूरा शहर हनुमान जी भक्ति रस में डूबा हुआ है। इस अवसर मदिर में महिलाओ ने हनुमान जी की आरती की और हनुमान चालीसा पड़ी। इस मोके पर राजेश सिंह मौजूद थे। अंत में सभी ने हनुमान जयंती पर आयोजित प्रसाद ग्रहण किया।