फेसबुक एकाउंट के जरिए पकड़ा गया जुनैद हत्याकांड का मुख्य आरोपी
CITYMIRRORS-NEWS- जुनैद हत्याकांड में पुलिस को मुख्यारोपी तक पहुंचने में फेसबुक से भी मदद मिली थी। पुलिस ने शक के आधार पर फेसबुक अकाउंट से आरोपी का फोटो उठाकर जुनैद के भाई हासिम को दिखाया था। हासिम ने फोटो को देखकर चाकू मारने वाले आरोपी से मिलता-जुलता चेहरा बता दिया था। जिसके बाद पुलिस में जोश आ गया था। पुलिस ने आरोपी तक पहुंचने के लिए तकनीकी जांच का सहारा लिया था। शाखा प्रभारी अनिल कुमार ने आरोपी के फोन पर शक के आधार पर फोन किया तो उसकी मां ने फोन उठाया था। लेकिन उसकी मां से उसके बारे में कुछ जानकारी हासिल नहीं हो सकी। उसके बाद उसका फोन नंबर भी बंद हो गया। जिससे पुलिस को नंबर धारक पर शक गहरा गया। ट्रू कॉलर पर नंबर को सर्च किया तो उस पर सुरेश कुमार का नाम आ रहा था। इस पर पुलिस ने नरेश और सुरेश कुमार के नाम वाले दर्जन भर फेसबुक अकाउंट को खंगालना शुरू कर दिया। पुलिस को फेसबुक अकाउंट से कुछ फोटो मिल गए। फेसबुक अकाउंट से फोटो लेकर पुलिस ने जुनैद के भाई हासिम को दिखाए। इसी दौरान पुलिस को वायरल हो रही बाइक सवारों की सीसीटीवी फुटेज में बाइक चला रहे युवक की पहचान करने में कामयाबी मिल गई। असावटी निवासी इस युवक ने पुलिस को बताया कि नीली कमीज और बैग लटकाने वाले युवक ने जटौला जाने के लिए लिफ्ट ली थी। पुलिस बाइक सवार को लेकर उस घर तक पहुंच गई, जहां पर बाइक सवार ने नीली कमीज पहने युवक को छोड़ा था। उसके बाद पुलिस जटौला गांव में अपने मुखबिर तंत्र के जरिए आरोपी के भमरौला गांव में उसके घर तक पहुंच गई। लेकिन वहां पता चला कि नरेश 1 जुलाई को ही घर छोड़कर जा चुका है। किसी तरह पुलिस ने मुखबिर तंत्र के जरिए आरोपी का महाराष्ट्र के धुले जिले के साकरी गांव का पता हासिल कर लिया। वहां भमरौला गांव के लोगों का प्लांट का काम है। आरोपी नरेश भी वहां फरार हो गया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शनिवार को जब अपराध जांच शाखा प्रभारी ने अपनी टीम में शमिल एएसआई सुरेश कुमार, सिपाही अमित, अमित और रविंद्र के साथ आरोपी के ठिकाने पर छापामारी की तो वह दूध लेकर अपने कमरे में घुस रहा था। इसी दौरान पुलिस टीम ने आरोपी को काबू कर लिया था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने दिल्ली शिवाजी ब्रिज रेलवे स्टेशन के नजदीक से चाकू खरीदा था। झगड़े के दौरान उसने हमलावरों को चेतावनी दी थी कि उस पर हमला मत करो नहीं तो वह चाकू मार देगा।
परिवार के लोग क्या कहते है।
जुनैद हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी ने पुलिस को चाहे जो भी बयान दिए हों मगर आरोपी के परिजनों का इस मामले में कुछ और ही कहना है। मुख्यआरोपी के परिजन इस मामले में बार बार यही कह रहे है कि जिस चाकु से जुनैद की हत्या हुई । वह चाकू खुद उसी का था। हमारे बेटे ने हमला होने पर अपनी सुरक्षा में उनका ही चाकू छीनकर चलाया था। किसी को जान से मारने का इरादा एकदम नहीं था। यह जानकारी आरोपी के परिवार के लोगों ने मीडिया से बातचीत में कही। मुख्य आरोपी के परिवार की माने तो वारदात के दिन वह रात करीब 9:30बजे घर पहुंचा और सो गया। सुबह दूसरे दिन उसके परिवार वालों ने सिर में चोट का कारण पूछा तो उसने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन जोर देने पर उसने सारी बात बताई। उसने कहा कि ट्रेन में उसका कुछ लोगों के साथ सीट को लेकर झगड़ा हो गया था, जिसमें उसके साथ मारपीट हुई। मारपीट करने वालों ने अपने साथियों को बल्लभगढ़ स्टेशन पर बुला लिया। स्टेशन से चढ़ने वाले करीब आठ-दस युवक थे, जो हथियारों से लैस थे। सभी उसके साथ मारपीट कर रहे थे, तभी उसने उनके एक युवक के हाथ से चाकू छीनकर अपनी सुरक्षा में चलाया जो कि एक युवक को लग गया था। बाद में उसे पता चला कि वह मर चुका है। परिवार वालों ने उससे मामले में स्वयं भुगतने को कहा और वह 1 जुलाई को बिना बताए ही घर से चला गया। बडे़ भाई सुरेश ने बताया कि खांबी गांव के लोग तो केवल बीच-बचाव में आए थे, उन्होंने उसे नहीं मारा। जब उसने बोगी में मौजूद लोगों से मदद मांगी तो उन्होंने उसे बचाने की कोशिश की थी।