सामाजिक सौहार्द्र की मांग लेकर मेवात समाज के लोग 2 जुलाई से दिल्ली के जंतर-मंतर पर तीन दिन के धरना पर बैठेंगे।
CITYMIRRORS-NEWS-मथुरा ईएमयू शटल में 21 जून को गांव खंदावली के 15 वर्षीय जुनैद की हत्या के बाद सहमे गावं के लोग और मुस्लिम समुदाय के लोग इस मामले में राजनीतिज्ञों की खामोशी खल रही है। अपनी सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द्र की मांग लेकर समुदाय के लोग 2 जुलाई से दिल्ली के जंतर-मंतर पर तीन दिन के धरना पर बैठेंगे। मेवात समाज के रमजान चौधरी और राजस्थान मेवात पंचायत के शेर अली मंगलवार को जनता दल यूनाइटेड के राज्यसभा सदस्य अली अनवर के साथ खंदावली गांव पहुंचे थे । उन्होंने गांव में युवाओं की बैठक में बताया कि जंतर-मंतर पर 2 जुलाई से शुरू होने वाले धरने में दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम पहुंचेंगे। वहीं जुनैद की मौत के बाद मंगलवार को पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह लचर हो चुकी है। अपराधी व असामाजिक तत्व बिना किसी डर के समाज के माहौल को बिगाड़ने में लगे हुए हैं। उन्होंने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने व घटना के दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग करते हुए पीड़ित परिवार से एक युवक को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की।ईद के बाद भी खंदावली गांव में राजनेता पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। मगर गांव में दूसरे गांवों से आए युवाओं को इस सांत्वना से तसल्ली नहीं मिल रही है। युवा इरफान कहते हैं कि जुनैद की हत्या से मुस्लिम युवा सहमे हुए हैं। तसलीम कहते हैं कि जुनैद की हत्या महज एक घटना नहीं है बल्कि समाज के बिगड़ते सौहार्द्र का नतीजा है। युवा करीम में इस बात को लेकर भी गुस्सा था कि शासन में बैठे नेता सुरक्षा की गारंटी नहीं दे रहे।मंगलवार को खंदावली पहुंचने वालों में पूर्वमंत्री आफताब अहमद, राव नरेंद्र, विधायक करण दलाल, पूर्व मंत्री शिवचरण लाल शर्मा, पूर्व विधायक रघुबीर सिंह तेवतिया, प्रो. विरेंद्र सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता लखन कुमार ¨सगला, विजय प्रताप सिंह, प्रोफेसर रतिराम, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष तरुण तेवतिया, कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अब्दुल गफ्फार कुरैशी सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे।