मेरे जीवन का उद्देश्य है कि अपने मन, वचन और धन से औरों की मदद करना। जगबीर सिंह तेवतिया
CITYMIRRORS-NEWS-मेरे जीवन का उद्देश्य है कि अपने मन, वचन और धन से औरों की मदद करना। हमेशा यह देखा गया है कि जो लोग दूसरों की मदद करते हैं, उन्हें कम तनाव रहता है, मानसिक शांति और आनंद का अनुभव होता है। वे अपनी आत्मा से ज़्यादा जुड़े हुए महसूस करते हैं इसलिए मै उन खिलाड़ियों की मदद करता हूं। जो कि खेल में देश का और करियर में अपना नाम रोशन करना चाहते है। इन बाते कों सिटी मिरर्स वेब पोर्टल के रिपोर्टर से समाजसेवी, खेल प्रेमीऔर खिलाड़ी जगबीर सिंह तेवतियां ने शेयर की ।
उन्होंने बताया कि दूसरों की हेल्प करने में मानसिक शांति और आनंद का अनुभव होता है । चाहे वो किसी भी तरह की हेल्प हो। खेल प्रेमी होने के साथ मै खुद भी खिलाड़ी रह चुका हूं। ऐसे में किसी भी खिलाड़ी के मुसीबतकी सूचना मिलती है। या फिर जब भी कोई मेरे से मदद मांगने आता है। तो जितनी भी मदद हो सकती है । वो करता हूं।
यादगार
जगबीर सिंह ने बताया कि उन्हें याद नहीं है कि अब तक कितने लोगों की मदद कर चुके है। लेकिन पृथला की रहने वाली रेखा जो कि एथलेटिक्स की खिलाड़ी है। जिसने देश और विदेश में काफी नाम कमाया है। एक स्पोट्स प्रतियोगिता में उसके खेल के साथ जुनून और लगन को देखकर भावुक हो गया । इंटरनेशनल कॉंपिटिशन में जाने के लिए हो रही समस्या का पता चलने पर मैने उसकी मदद की । या ये कहे कि अपने देश के लिए कुछ किया।
प्रधान
जगबीर सिंह तेवतियां ने बताय कि वह इस समय फुटबॉल एसोसिएशन में उपप्रधान के पद पर कार्यरत है। वहीं इससे पहले पंजाब स्पोट्स क्लब में सात साल तक प्रधान के पद पर रहे। इसके अलावा तीन बार ऑल इंडिया फुटबॉल एसोसिएशन के प्रधान बने रहे। ऑल हरियाणा वेट लिफ्टिंग में तीन साल तक और कबड्डी एसोसिएशन में प्रधान 4 साल तक रहे । मुझसे जितनी मदद हो सकती थी वो मैने की। और आज भी इन सभी खेलोंं में सक्रिय हूं।
कामयाबी
जगबीर सिंह तेवतियां ने बताया कि कबड्डी एसोसिएशन में 4 साल तक प्रधान रहे। उनकी तमन्ना थी । कि वह एक बार पाकिस्तान और इंडिया के बीच कबड्डी मैच करवाएं। उन्होंने बताया कि हमेंशा से पाकिस्तान के खिलाड़ियों कों भारत में बुलाना और मैच करवाना काफी मुश्किल वाला रहा है। लेकिन कई असफलता के बाद सफलता मिली और अाखिरकार पाकेिस्तान के खिलाड़ियों को वीजा मिल गया । और ऐसे में फरीदाबाद मे पहला इंटरनेशनल कबड्डी मैच का आयोजन हुआ। इसके बाद तो नेपाल, श्रीलंका, चीन पाकिस्तान, अफगानिस्तान ,साउथ अफ्रीका की टीम फरीदाबाद में कबड्डी मैच खेलने पहुंची । तीन बार इंटरनेशनल कबड्डी प्रतियोगिता हुई । तीनों बार ही इंडिया की टीम ने ट्राफी पर कब्जा किया।
मैसेज
आज के समय खेलों को काफी महत्व दिया जा रहा है। जरुरी नहीं की आप पढ़ाई मै अव्वल हो तभी आप अपना करियर बना सकते है। कई ऐसे महान खिलाड़ी है। जिन्होंने खेलों में आगे रहकर अपने परिवार और देश का नाम रोशन किया । मै युवाओं से केवल यह कहना चाहता हूं। कि अगर आप खेल के किसी भी फील्ड में अपना करियर बनान चाहते है। तो पूरी लगन धैर्य और जुनून के साथ आगे बढ़े । लेकिन साथ ही लोगों की मदद भी जरुर करे। आप दूसरी की मदद करेंगे। भगवान अापकी मदद करेंगा। और अपने माता पिता की सेवा करना अपना पहला कर्तव्य समझे।