मेट्रो हॉस्पिटल में इलाज के दौरान बुजुर्ग महिला की मौत पर परिजनों ने हंगामा किया।
CITYMIRRORS-NEWS-मेट्रो हॉस्पिटल में इलाज के दौरान बुजुर्ग महिला की मौत पर परिजनों ने हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने महिला की मौत को लेकर उन्हें गुमराह किया। वहीं हॉस्पिटल प्रबंधन का कहना है कि महिला के परिजनों को मंगलवार रात को उसके ब्रेन डेड होने की सूचना दी गई थी और हार्ट बीट चल रही है, लेकिन परिजनों ने उसे मृत समझ लिया और अपने रिश्तेदारों की महिला की मौत की सूचना दे दी। महिला को ब्रेन हैमरेज होने पर सोमवार को मेट्रो हॉस्पिटल एडमिट कराया गया था। परिजनों ने ढाई घंटे तक जमकर हंगामा किया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाकर शांत कराया। सोहना के लाला खेड़ली की रहने वाली कैलासो देवी (65) बुढ़ैना गांव में दामाद इंद्राज और बेटी राजेश के घर 12 दिन पहले आई थी। उसका यहां पर एक डॉक्टर के पास इलाज चल रहा था। सोमवार सुबह वह टॉयलेट में बेहोश होकर गिर गई। डॉक्टर को दिखाने के बाद दवा दे दी गई। दोपहर में उनकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उन्हें सेक्टर-16 मेट्रो हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। यहां डॉक्टरों ने ब्रेन हेमरेज होने की बात बताई। साथ ही यह कहा कि बचने के चांस बहुत कम हैं। डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि सिर के खून के प्रेशर को कम करने के लिए ड्रेन डालकर खून निकालना पड़ेगा। इस पर कैलासो देवी के बेटे रूपराम सहमत हो गए। उन्हें एडमिट कराने के अगले दिन मंगलवार को दोपहर को दो घंटे तक चले ऑपरेशन में ड्रेन डाली गई। इसके बाद उन्हें एमआईसीयू में भर्ती किया गया। मंगलवार रात करीब आठ बजे डॉक्टर ने रूपराम को बताया कि कैलासो देवी का ब्रेन डेड हो गया है। रूपराम ने अपनी मां को मृत समझकर अपने रिश्तेदारों सूचना दे दी और उन्हें सुबह ले जाने की बात कही। बुधवार को कैलासो देवी को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया और उन्हें गेट पर लाया गया था। इस दौरान उनकी हार्ट बीट चल रही थी। इसके चलते उन्हें आर्टिफिशियल ऑक्सीजन दी जा रही थी। कैलासो देवी के ऑक्सीजन लगी देखकर बेटा रूपराम व अन्य परिजन भड़क गए और डॉक्टरों पर महिला की मौत को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाया। सूचना पाकर मौके पर थाना सेंट्रल पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिजनों को शांत करने का प्रयास करने लगी। इस दौरान करीब ढाई घंटे तक हंगामा होता रहा। हंगामे को बढ़ता देख कैलासोदेवी को हॉस्पिटल की इमरजेंसी में ले गए, जहां पर उनकी जांच की गई। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।मेट्रो हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ़ एसएस बंसल ने बताया कि कैलासो देवी के बेटे रूपराम और परिजनों के समझने में कंफ्यूजन हो गया। रूपराम को ब्रेन डेड की सूचना दी गई थी। उन्हें लगा कि वह मर गई हैं। इसमें दिमाग काम करना बंद कर देता है और सांसें चलती रहती है। सांसें चल रही थी कि इसके चलते उन्हें अंबुबेड पर ले जाया गया था।