बदलते परिवेश में स्वयं को स्थापित रखने के लिए अध्यापकों को स्वयं को अपडेट रखने की आवश्यकता।डॉ. आर एस छिल्लर
CITYMIRRORS-NEWS-एनएच तीन स्थित डीएवी शताब्दी कॉलेज में कंप्यूटर विभाग द्वारा फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में आईएससीए यूएसए के डॉ. नारायण सी देबनाथ और अमृत योग फ्लोरिडा यूएसए के फाउंडर पदमश्री योगाचार्य गुरू अमृत देसाई थे। इसमें अध्यापकों को बदलते समय के साथ अध्यापन के गुर बताए गए। किस तरह अध्यापक शिक्षा जगत में हो रहे बदलाव के साथ कदमताल कर सकें। इसके लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. आर एस छिल्लर थे। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रिंसिपल डॉ. सतीश अहूजा, डॉ. छिल्लर, डॉ. देबनाथ व को-ऑर्डिनेटर कंप्यूटर कोर्सेज डॉ. सुनीति आहूजा ने दीप प्रज्जवलित कर किया। डॉ. देबनाथ ने कार्यक्रम में भाग ले रहे कंप्यूटर विभाग के सभी प्रोफेसरों को बेहतरीन टीचिंग करने व छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि दुनिया के बदलते परिवेश में स्वयं को स्थापित रखने के लिए अध्यापकों को स्वयं को अपडेट रखने की आवश्यकता है। इसलिए उन्होंने सभी को अपने नॉलेज को अपडेट रखने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. छिल्लर ने कहा कि कॉलेजों में टीचिंग स्टाफ को एफडीपी कांफ्रेंस, सेमिनार आदि में भाग लेते रहना चाहिए। जिससे उनकी टीङ्क्षचग की क्षमताएं और अधिक निखर पाती है। पदमश्री योगाचार्य अमृत देसाई ने प्रोफेसरों को योग व ध्यान की सहायता से अपनी मानसिक शक्ति को बढ़ाने के गुर सिखाए। प्रिंसिपल डॉ. सतीश आहूजा ने कहा कि डीएवी शताब्दी कॉलेज का हमेशा प्रयास रहता है कि वे छात्रों व अध्यापकों को आगे बढऩे का अवसर दें। इसी उद्देश्य से कॉलेज में कांफ्रेंस, सेमिनार व फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आदि का आयोजन किया जाता रहता है। उन्होंने कंप्यूटर कोर्सेज के को-ऑर्डिनेटर डॉ. सुनीति आहूजा को बेहतरीन कार्यक्रम संयोजन के लिए बधाई दी। कार्यक्रम में आए हुए सभी वक्ताओं ने कॉलेज को अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने के लिए प्रिंसिपल डॉ. आहूजा की प्रशंसा की। इस कार्यक्रम में 40 प्रोफेसर ने भाग लिया।