विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर-2 में धूम-धाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस।
Citymirrors.in-विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर-2 में स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि समाजसेवी टिप्परचंद शर्मा व स्कूल के चेयरमैन श्री धर्मपाल यादव ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इसके बाद बच्चों ने सुंदर प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया। कक्षा 3 एवं 4 के बच्चों ने कर हर मैदान फतेह… गाने पर एक ग्रुप डांस प्रस्तुत किया। वहीं कक्षा पांचवी के बच्चों ने एक अन्य गाने पर डांस कर सबको रोमांचित कर दिया। गे्रड 2 के बच्चों ने स्वच्छ भारत अभियान के लिए एक प्रस्तुति दी। प्ले और नर्सरी के बच्चों ने भी मोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि टिप्परचंद शर्मा ने कहा कि 15 अगस्त की तारीख को हमारा देश आजाद हुआ, इसलिए इस दिन का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन हम स्वतंत्रता हुए इसलिए इसे स्वतंत्रता दिवस कहते हैं। भारत को आजाद कराने ने बहुत सारे लोगों को योगदान रहा है। कईयों ने अपनी जान की बाजी तक लगाई। इस दिन की याद आते ही उन शहीदों के प्रति श्रद्धा से मस्तक अपने आप ही झुक जाता है। जिन्होंने स्वतंत्रता के यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दी। इसलिए हमारा पुनीत कर्तव्य है कि हम हमारे स्वतंत्रता की रक्षा करें। देश का नाम विश्व में रोशन हो, ऐसा कार्य करें। देश की प्रगति के साधक बनें न कि बाधक। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने कहा कि हमारा कर्तव्य है कि भारत के नागरिक होने के नाते हम स्वतंत्रता का न तो स्वयं दुरुपयोग करें और न ही दूसरों को करने दें। शहिदों के बलिदान को आने वाले समय में भी जाया न जाने दें और एक भ्रष्टाचार व दुर्गुण रहित देश बनाने में अपने स्तर पर सहयोग करें। कार्यक्रम को स्कूल की डॉयरेक्टर सुनीता यादव ने संबोधित करते हुए बच्चों को स्वतंत्रता दिवस की जानकारी दी और कहा कि 15 अगस्त, 1947 का दिन हमारे देश भारत के लिए बहुत ही भाग्यशाली का दिन था। 15 अगस्त हर भारतीय के लिए सुनहरे अक्षरों में लिखा हुआ दिन है। इस दिन 1947 को भारत ने ब्रिटिश राज्य से आजादी प्रात्त की थी। स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व महात्मा गांधी और बहुत से महान नेताओं ने किया और बहुत से आम लोगों ने भी इसमें भाग लिया था और बहुत से भारतीयों ने अपना जीवन भी बलिदान किया था। इसी दिन 45 करोड़ भारतीयों को विदेशी दास्ता से मुक्ति मिली थी। तब से प्रत्येक भारतीय स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाता आ रहा है। इस अवसर पर मुख्य रूप से स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती ज्योति चौधरी, रामरत्न्न प्रधान, चन्द्रभान यादव, करतार अहलावत व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत सभी को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन के पर्व की शुभकामनाएं दी गईं।