चुनावी साल में कंबल बांटकर ही वोट हथियाने का प्रयास करने लगे मंत्री जी।
Citymirrors.in- अंधा बांटे रेवड़ी, बस अपने-अपने को दे। यह कहावत आज उद्योगमंत्री विपुल गोयल के कंबल वितरण समारोह में चरितार्थ होती देखने को मिली। उद्योगमंत्री विपुल गोयल ने कंबल वितरण कर जहां पुण्य का काम तो किया वहीं उन गरीब लोगों की हाय भी ले ली जिन्हें घंटों लाईन में लगने के बाद भी एक कंबल तक नसीब नहीं हो पाया। कार्यक्रम में जहां एक-एक आदमी 20-20 कंबल लेकर जाता हुआ नजर आया तो वहां ऐसे भी लोग नजर आए जोकि अपने बेलदारी/काम छोड़कर और जेब से भाड़ा/किराया लगाकर कंबल लेने की आस में आए और उन्हें कंबल नहीं मिले। कार्यक्रम में अव्यवस्था का आलम यह था कि जिन लोगों पर पर्चियां थी, उन्हें तो कंबल नहीं मिल पाए थे जबकि बिना पर्ची के लोग अपनी-अपनी कालोनियों के नेताओं की सिफारिश पर एक की बजाए कई-कई कंबल ले जाते दिखाई दिए। यह हाल तो तब था जब एक-एक काऊंटर पर 500-500 कंबल बांटने के हिसाब से विपुल गोयल द्वारा पर्चियां कालोनियों में पहले से ही वितरित करवा दी गई थी। फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत संतनगर, ए.सी.नगर, मिल्हाड़ कालोनी, राम नगर आदि से आए ना जाने ऐसे कितने गरीब/जरूरतमंद लोग थे जोकि बिना कंबल लिए मंत्री विपुल गोयल को कोसते हुए वापिस जाते नजर आए। वहीं ऐसे लोग यह भी कहते सुने गए कि वो अब विपुल को कभी वोट नहीं देंगे। कंबल के लिए घंटों लाईन में लगने वाले लोगों में बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं भी शामिल थीं। कार्यक्रम स्थल पर मजेदार बात तो यह देखने को मिली कि गरीब/जरूरतमंद लोगों के लिए आए कंबलों को कई भाजपा कार्यकर्ता तथा पुलिसकर्मी भी अपने हाथों में ले जाते नजर आए। वहीं इंदिरा कालोनी से आया एक बुजुर्ग तो दर्जभर से ज्यादा कंबलों का गठ्ठर बांधकर ले जाता नजर आया।
गौरतलब रहे कि हरियाणा के सबसे धनाढय़ विधायक बताए जाने वाले विपुल गोयल जोकि प्रदेश के उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री भी हैं, द्वारा आज एक बार फिर भाजपा संगठन को अपना रूतबा/वर्चस्व दिखाने के लिए कंबल वितरण का आयोजन किया गया। संभवत: देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाई गई दीनदयाल अंत्योदय योजना (डीएवाई) के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। विपुल गोयल द्वारा आयोजित किए गए इस कंबल वितरण समारोह में बजाए अपने या सरकारी पैसे से कंबल बांटने के मंत्री महोदय ने जिस प्रकार से शहर के उद्योगपतियों, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं, एनजीओ व व्यापारी वर्ग से कंबल मांगकर उन्हें गरीबों को बांटने के नाम पर मंत्री महोदय द्वारा अपने आपको महिमामंडित किया गया, वह जिलेभर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
आरोप है कि समारोह स्थल पर लगाए गए विशालकाय पंडाल व खाने के खर्चे की भरपाई के लिए उद्योगपतियों से अपने मंत्रालय का डर दिखाकर जबरन उगाही की गई। कार्यक्रम को देखकर ऐसा लग रहा था कि जितने पैसे के कंबल नहीं आए उससे कहीं ज्यादा तो कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार, आयोजन और दिखावे के नाम पर आयोजकों द्वारा बर्बाद कर दिए गए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं हरियाणा भाजपा के प्रभारी राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल जैन के सामने अपना वर्चस्व दिखाने के लिए विधानसभा क्षेत्र की स्लम बस्तियों व कालोनियों से बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं सहित गरीब लोगों को कंबल देने के नाम पर प्राईवेट बसों में भर-भरकर समारोह स्थल तक लाया गया था। कार्यक्रम स्थल पर कई छोटे-छोटे बच्चे तो भीड़ में अपने मां-बाप से बिछुड़कर उन्हें ढूंढते नज़रआयेे