फरीदाबाद शहरी विधानसभा में स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर हरे भरे पेड़ काट दिये गए।
Citymirrors.in-फरीदाबाद में विकास के नाम पर हरे भरे पेड़ काटे जा रहे है। शुक्रवार को ओल्ड चौक से लाल लाजपत राय चौक को जाने वाली रोड सेक्टर-19 और सेक्टर-16ए के पास कई सालों से लगे 10,12 हरे भरे पेड़ों को स्मार्ट सिटी के नाम पर काट दिया गया। शहरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक और हरियाणा के पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल जहां शहर में एक लाख पेड़ लगाने का रिकोर्ड बनाने का काम करते है। वहीं अपने विधानसभा को विकासित करने के लिए और स्मार्ट सिटी के नाम पर हरे भरे पेड़ों को कटवा डालते है। शहर में विकास का होना तो सही है लेकिन विकास के लिए हरे भरे पेड़ों को काटना कितना उचित है। जबकि शहर देशभर में प्रदूषण में टॉप -5 और टॉप-10 में अपना नाम दर्ज करा चुका है। जहरीले वातावरण मे रह रहे शहर के लोग जब अपनी जान जोखिम में डालकर जी रहे है। प्रदूषण से शहर का हाल बुरा हो तो हरे भरे पेड़ों को काटना सही नहीं है। पेड़ों का ट्रांसप्लांट करके उनको संजीवनी भी दी जा सकती है। पर्यावरण को बचाने के लिए शहर का प्रशासन और हरियाणा के पर्यावरण मंत्री कितने चिंतित है। इससे पता चलता है। पेड़ों को कटवाने की बजाए ट्रांसप्लांट प्रकिया भी अपनाई जा सकती है। रिकोर्ड की बात करे तो विभिन्न सर्वों में देशभर में 70 शहरों में प्रदूषण के मामले में फरीदाबाद सबसे ऊपर यानी पहले पायदान और गुरुग्राम दूसरे पायदान पर रह चुका है। फरीदाबाद देश का चौथा व एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर रह चुका है। वहीं प्रदूषण के मामले में फरीदाबाद ने दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया।