अपना वोट 12 अप्रैल तक बनवा सकतें हैं।यह आवेदन (www.nvsp.in) पर आनलाईन भी किया जा सकता है।
Citymirrors.in-हरियाणा के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव रंजन ने कहा कि प्रदेश में लोकसभा चुनाव – 2019 को निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं पारदर्शी तरीके से कराने के लिए चुनाव डयूटी में लगे सभी अधिकारी चुनाव आयोग की हिदायतों एवं निर्देशों के अनुसार कार्य करें। श्री रंजन शनिवार को फरीदाबाद मंडल के अंतर्गत आने वाले जिला निर्वाचन अधिकारियों, सहायक निर्वाचन अधिकारियों व चुनावी प्रक्रिया में लगे अन्य अधिका रियों के साथ लघु सचिवालय में फरीदाबाद मंडल में चुनावी तैयारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में फरीदाबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त अतुल द्विवेदी ने जिले में लोस चुनाव की तैयारियों की मौजूदा स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि 31 जनवरी 2019 को मतदाता सूची का प्रकाशन किया गया था जो फाइनल है।
पलवल के जिला निर्वाचन अधिकारी मनीराम शर्मा व मेवात के जिला निर्वाचन अधिकारी पंकज ने भी अपने-अपने जिले की रिर्पोट चुनाव आयुक्त के समक्ष रखी। सीईओ राजीव रंजन ने टोल फ्री नम्बर 1950 को डायल करके वोट सम्बन्धी जानकारी हासिल कर इस टोल फ्री नम्बर पर रिसीव हुई कॉल को भी चैक किया। उन्होंने टवीट्र पर आई शिकायतों एवं रिप्लाई भी चैक किए। श्री रंजन ने कहा कि सी-विजिल एप का पहली बार चुनाव में प्रयोग किया जा रहा है, इसके माध्यम से आमजन में से कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रत्याशी अथवा राजनैतिक दल द्वारा आचार संहिता की उल्लघंना करने या अन्य अनियमिताएं बरतने की फोटो अथवा वीडियो डाल सकता है। सीईओ ने स्पष्ट किया कि इस एप का प्रयोग केवल चुनाव प्रक्रिया से संबंधित शिकायतों के लिए ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस अप के माध्यम से आमजन को सशक्त किया गया है। फोटो व वीडियो के माध्यम से सी-विजिल पर मिलने वाली शिकायतों का निपटारा 100 मिनट की समयावधि में सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। इसमे लोकेशन का पता लग जाएगा। अगर शिकायतकर्ता स्वयं भी लोकेशन बता देगा तो और निपटान में और अधकि आसानी होगी। उन्होंने कहा इस एप के माध्यम से शिकायत के संदर्भ में मजबूत साक्ष्य भी तैयार होंगे जो प्रत्याशी के खिलाफ न्यायालय में प्रस्तुत किया जा सकेगा। इस बार चुनावों में तकनीकी का प्रयोग किया जाएगा, जिसके चलते प्रत्याशियों के लिए आदर्श आचार संहिता की उल्लघंना करना तथा चुनावी खर्चे को छिपाना कठिन होगा। श्री रंजन ने कहा कि केवल मतदाता पर्ची होना ही मतदाता होने का प्रमाण नहीं है, मतदान के लिए पहचान पत्र होना जरूरी है। विकल्प के तौर पर 11 तरह के पहचान पत्र मतदान के लिए मान्य किए गए हैं। बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में टच स्क्रीन से मतदाताओं को वोट से सम्बन्धित तमाम जानकारी सहजता से उपलब्ध हो पाएगी। इसके लिए प्रदेश भर में टच स्क्रीन स्थापित की जा रही हैं। इस स्क्रीन के माध्यम से कोई भी मतदाता अपने नाम की हिन्दी और अंग्रेजी में स्पेलिंग डालकर अपने वोट, बूथ नम्बर, बूथ की जगह, एपिक नम्बर, एसेम्बली नम्बर, विधानसभा क्षेत्र सहित परिवार के सभी सदस्यों की वोट सम्बन्धी जानकारी स्क्रीन पर प्राप्त कर सकेगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने आह्वान किया कि फरीदाबाद मंडल में स्वीप गतिविधियां और तेजी से चलाई जाएं उन्होंने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए व्यापक रूप से काम करने के आदेश अधिकारियों को है। उन्होंने कहा जिन पात्र व्यक्तियों के अभी तक वोट नहीं बने है, वह व्यक्ति 12 अप्रैल को सायं 3.00 बजे तक अपना वोट बनवाने के लिए आवेदन कर सकता है। यह आवेदन डब्लयूडब्लयूडब्लयूडाटएनवीएसपीडाटईन (www.nvsp.in) पर आनलाईन भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा लोगों को इस बारें में भी जागरूक किया जाए कि वे अपना नाम वोटर लिस्ट में चेक कर लें। इसको प्रचारित करने के लिए सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग्स लगवाए जा रहे है तथा महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में इलेक्ट्रोरल लिटरेसी क्लब को सक्रिय किया गया है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों के प्राचार्यों से एक प्रमाण पत्र भी लिया जाएगा कि उनके कॉलेज में 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी विद्यार्थी ऐसा नहीं है, जिसका वोट नहीं बना है। श्री रंजन ने कहा कि इस बार लोकसभा आम चुनाव में ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि मतदान के पश्चात पोलिंग पार्टियों को सामान जमा करवाने के लिए देर तक लंबी-लंबी लाइनों में न खड़ा रहना पड़े बल्कि आते ही उनका सामान जमा करवाकर उन्हें जल्द फारिग किया जा सके। अक्सर देखने में आता है कि सामान जमा करवाने के लिए कई काउंटरों पर तो कर्मी लंबी-लंबी लाइनों में लगे रहते हैं, लेकिन कई काउंटर खाली पड़े रहते हैं। अब पहले की तरह पोलिंग पार्टियों के लिए काउंटर निर्धारित नहीं होंगे बल्कि कोई भी पोलिंग पार्टी किसी भी काउंटर पर जाकर अपना सामान जमा करवा सकती है। श्री रंजन ने कहा कि कि मतदान केंद्रों पर निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित की गई प्रत्येक सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। सहायक रिटर्निंग अधिकारी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मतदान केंद्रों का दौरा करें और जिन मतदान केंद्रों पर किसी सुविधा की कमी है, उसे तुरंत पूरा करवाना सुनिश्चित करें।
मतदान केंद्रों पर स्वच्छ पेयजल, शैड या छायादार स्थान, दिव्यांगों के लिए रैंप की सुविधा, बिजली, शौचालय, मतदान केंद्र में आने-जाने के लिए दो दरवाजे इत्यादि निर्धारित सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने लोकसभा चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी, व्यवस्थित एवं शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न करवाने को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के माध्यम से बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) नियुक्त करने का कार्य भी पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि पिछले अनुभव के आधार पर ऐसे मतदान केंद्रों, जिन पर कम मतदान हुआ है, पर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने वाली गतिवधियं व जागरूकता कार्यक्रमों का अधिक आयोजन किया जाना चाहिए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी राजनैतिक दलों को चुनाव प्रचार में ऐसी सामग्री का प्रयोग करने के लिए कहा जाये जिससे पर्यावरण प्रदूषित न हो।