अटल जी की छठवीं पुण्यतिथि पर मानव सेवा समिति ने उनको किया नमन, उनके चित्र पर अर्पित किए श्रद्धा के फूल
अटल जी की छठवीं पुण्यतिथि पर मानव सेवा समिति ने उनको किया नमन,
उनके चित्र पर अर्पित किए श्रद्धा के फूल
भारत रत्न श्री अटल जी की छठवीं पुण्यतिथि पर मानव सेवा समिति ने अपने कार्यालय मानव भवन सेक्टर10 में उनके चित्र पर माला अर्पण व पुष्प अर्पित करके उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मानव सेवा समिति के अध्यक्ष कैलाश शर्मा ने अटल जी के कुछ चर्चित भाषणों,,,
“देश आज संकटों से घिरा हुआ है ये संकट हमने पैदा नहीं किया है जब-जब कभी आवश्यकता पड़ी संकटों के निराकरण में हमने उस समय की सरकार की मदद की,सत्ता का खेल तो चलेगा सरकारें आएंगी-जाएंगी, पार्टियां बनेंगी बिगड़ेंगी मगर ये देश रहना चाहिए, इस देश का लोकतंत्र अमर रहना चाहिए.”
“31 मई 1996 को संसद में विश्वास मत के दौरान अटल जी ने भाषण देते हुए कहा था कि
” उनके ऊपर सत्ता बचाने के लिए जोड़-तोड़ के आरोप लगाए गए हैं। मैंने सदन में 40 साल बिताए हैं। सदस्यों ने मेरा व्यवहार व आचरण देखा है..पार्टी तोड़कर सत्ता मिलती है तो ऐसी सत्ता को मैं चीमटे से भी छूना पसंद नहीं करुंगा। समिति के सीनियर सिटीजन सेल के सदस्य यशवंत सिंह,गंगालाल तंवर,मदनलाल मोदी,गोविंद वर्मा,लक्ष्मी पंडित,सदाशिव सेठी ने अटल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करके उनको श्रद्धांजलि प्रदान की।