आईएएस रानी नागर का इस्तीफा नामंजूर करना हरियाणा सरकार का देर से लिया गया पहला सही कदम। विजय प्रताप
हरियाणा : IAS रानी नागर का इस्तीफा सरकार ने नामंजूर कर लिया है । जिस पर फरीदाबाद के कांग्रेस नेता और बड़खल विधानसभा की फेमस पर्सनालिटी विजय प्रताप ने हरियाणा सरकार द्वारा देर से ही सही लेकिन इस कदम का स्वागत किया है और गुर्जर समाज का , हरियाणावासियों का और खासकर मीडिया का धन्यवाद किया है जिसने आईएएस बेटी को न्याय दिलाने के लिए जनता की आवाज़ बुलंद की। गौरतलब है कि विजय प्रताप ने मीडिया के माध्यम से हरियाणा सरकार से सवाल किया था की बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा देनी वाली सरकार इतना सब होने के बाद भी क्यो चुप है। क्यो कोई एक्शन नही ले रही है।आज गुरुवार को एकाएक सरकार ने जब आईएएस रानी नागर का इस्तीफा नामंजूर कर दिया तो इस पर कांग्रेस नेता विजय प्रताप ने आज सरकार से मांग की है कि प्रदेश सरकार केंद्र सरकार से सिफारिश कर रानी नागर का काडर चेंज करें। और सीएम मनोहर लाल इसकी निष्पक्ष जांच करवाएं। क्यो की एक आईएएस अफसर का सरकार को चलाने में बहुत बड़ा सहयोग रहता है। और जब उच्च अधिकारी ही सेफ नही रहेंगा तो प्रदेश की जनता कैसी सुरक्षित रहेंगी। विजय प्रताप ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि गुर्जर समाज से ताल्लुक रखने वाली इस बेटी ने 15 दिन पहले ही अपने सोशल अकाउंट पर अपने वरिष्ठ अधिकारी पर शोषण जान से मारने की धमकी और अपहरण किए जाने की आशंका जताते हुए इस्तीफा देने तक की बात कही थी।और जब सरकार ने कोई ऐक्शन नही लिया। तब रानी नागर बेटी को मजबूरन इस्तीफा देना पड़ा।अगर एक ऊंचे पद पर बैठी महिला अधिकारी सुरक्षित नही है तो आम बेटियां, महिलायें कितनी सुरक्षित होंगी, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। जब हरियाणा सरकार चारों तरफ से घिरने लगी तो इस पर उसको कदम उठाना पड़ा। विजय प्रताप ने कहा कि एक बेटी को न्याय मिला हैै। बेटी रानी नागर को अपना इस्तीफा वापस ले लेना चाहिये और देश सेवा करते हुए ड्यूटी जॉइन करना चाहिए।