हुई सच्चाई की जीत, पवन गौड़-ओमेक्स हाईट्स सेक्टर-86 के पुनः चुने गए प्रधान।
Citymirrors-news-सेक्टर-86 ओमेक्स हाईट्स में कुछ स्वयंभू सदस्यों द्वारा गैरकानूनी तरीके से कराए गए चुनाव को आखिरकार रजिस्ट्रार कोर्ट ने गलत करार देते हुए पवन गौड़ को पुन: प्रधान घोषित कर दिया है। रजिस्ट्रार कोर्ट ने स्पष्ट किया कि बायलॉज के अनुसार सोसायटी का चुनाव एक वर्ष से पहले नहीं करवाया जा सकता और कुछ सदस्यों ने जो चुनाव कराया है, वह गैरकानूनी है और प्रधान पवन गौड़ ही सोसायटी के सभी कार्याे की देखरेख करेंगे। गौरतलब है कि 13 अक्तूबर, 2019 को पवन गौड़ को सर्व सम्मति से ओमेक्स हाईट्स का प्रधान चुना गया था। इसके उपरांत 8 जनवरी जनवरी माह में सोसायटी की एक रेजिडेंट व गार्डाे के बीच सोसायटी के बाहर झगड़ा हुआ था, जिसको लेकर सोसायटी के कुछ स्वयंभू सदस्यों ने मौजूदा प्रधान पर झूठे आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया था और इसे मुद्दा बनाकर उन्हें प्रधान पद से हटा दिया गया था, जबकि सच्चाई यह थी कि उनका इस विवाद से कोई लेना-देना नहीं था और पुलिस जांच में भी पवन गौड़ को क्लीन चिट दे दी गई थी। इस दौरान सोसायटी के कुछ सदस्यों ने जबरन चुनाव करवाकर साकेत रमन तिवारी को प्रधान बना दिया गया था, जिसको लेकर पवन गौड़ ने रजिस्ट्रार कोर्ट में अपील दायर की थी, जिस पर संज्ञा लेते हुए रजिस्ट्रार कोर्ट ने पवन गौड़ को प्रधान पद पर रहने के निर्देश जारी कर दिए। सोसायटी के प्रधान पवन गौड़ ने कहा कि सोसायटी के कुछ स्वयंभू सदस्यों द्वारा नियमों को ताक पर रखकर गैरकानूनी तरीके से जो चुनाव करवाए गए थे, उसकी सच्चाई सामने आ चुकी है और रजिस्ट्रार कोर्ट ने उन्हें प्रधान पद घोषित करके ऐसे लोगों के चेहरे बेनकाब कर दिए। उन्होंने कहा कि दरअसल सोसायटी के कुछ पुराने सदस्य नहीं चाहते थे कि लोगों के लिए यहां काम किए जाए, इसलिए वह इस प्रकार के अड़ंगे लगाकर उनकी छवि धूमिल करने का असफल प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी सोसायटी के एक पूर्व प्रधान को इन लोगों ने इस प्रकार परेशान किया था।