कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानी जरूरी : उपायुक्त यशपाल
Citymirrors-news- कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग जहां पूरी तरह से सजग है वहीं आमजन भी जागरूकता के साथ पूरी सावधानी बरतते हुए बढ़ते संक्रमण को रोकने में सहयोगी बनें। उपायुक्त यशपाल ने बताया कि कोरोना वायरस वायरसों का एक समूह है जो जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है। उपायुक्त मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित बैठक कक्ष में स्वास्थ्य विभाग व अन्य संबंधित विभागों की बैठक में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के लक्षणों में नाक बहना, खांसी, गले में खरास, कभी-कभी सिरदर्द और बुखार शामिल है जो कुछ दिनों तक रह सकता है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग यानी जिनकी रोगों से लडऩे की ताकत कम है ऐसे लोगों के लिए यह घातक है। बुजुर्ग और बच्चे इस वायरस के आसानी से शिकार हो जाते हैं।
उपायुक्त ने बताया कि यह खासने, छिकने या हाथ मिलाने तथा मुंह, नाक व आखों को छूने से भी फैलता है। उन्होनें बताया कि चीन देश के बुहान प्रांत से आने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी। उपायुक्त ने कहा कि इस वायरस से बचने के लिए लोगों को स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है। उपायुक्त ने आमजन से अपील की है कि वे दिन में बार-बार साबून या गुनगुने पानी से हाथ व मुंह अवश्य धोएं और अच्छी गुणवता का मास्क पहनें और घर से बाहर निकलने से पहले मास्क अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि जहां तक संभव हो अपने हाथ से नाक, आंख को ना छुए। खासतें व छिंकते समय अपने मुंह पर हाथ रखें।
बैठक में सीएमओ डॉ० कृष्ण कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। उन्होंने बताया कि इस वायरस के संक्रमण का कोई उपचार नहीं है और ना ही इससे बचने के लिए कोई टीका है। इसके बचाव के लिए इस वायरस के मरीजों को सलाह दी जाती है कि खूब सारे तरल पदार्थ पिएं, आराम करें और जितना हो सके सोएं तथा भीड़ से बचें व दूसरों से संपर्क ना करें। उन्होंने बताया द्घकि सभी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बना दिया गया है और डॉक्टरों को भी प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोई कोरोना वायरस का मरीज पाया जाता है उसके उपचार के लिए दवाईयां एवं अस्पताल में दाखिल रहने की सभी सुविधाएं उपलब्ध है।