जसाना हत्याकांड में बड़ा खुलासा—भाई ब्रह्मजीत ने अपने साले और उसके साथियो से करवाई बहन और जीजा की हत्य।
Citymirrors-news-फरीदाबाद: जसाना दोहरे हत्याकांड ने एक नया मोड़ ले लिया है जिसमें पूछताछ में सामने आया है कि मोनिका के भाई ब्रह्मजीत ने ही अपनी बहन और जीजा की हत्या करवाई थी।
पुलिस रिमांड में 14 अगस्त को पकड़े गए 4 आरोपियों से पूछताछ के दौरान उन्होने बताया कि इस हत्या की साजिश मोनिका के भाई बृह्म्जीत ने रचि थी।
आरोपी ब्रह्मजीत को उसके गांव जसाना से आज गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के दौरान ब्रह्मजीत ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।उसने बताया कि उसके जीजा मृतक सुखबीर के पास उसकी पत्नी की आपतिजनक फोटो थी जिसके चलते घर में लड़ाई झगड़ा भी हुआ था। झगड़े से तंग आकर ब्रह्मजीत ने अपने साले विष्णु के साथ मिलकर अपने जीजा और बहन की हत्या की साजिश रची।
बता दें कि फरीदाबाद पुलिस ब्रह्मजीत के साले विष्णु और उसके तीन अन्य साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस प्रवक्ता एसीपी धारणा यादव ने प्रैस वार्ता के दौरान वारदात के बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि फरीदाबाद पुलिस ने हत्या में प्रयोग की गई 2 देसी कट्टा, 1 पिस्तौल, एक जिंदा कारतूस और एक चोरी की मोटरसाइकिल मेरठ शहर के पास मेन रोड पर झाड़ी में से आरोपियों की निशानदेही पर बरामद की हैं। दूसरी मोटरसाइकिल पास ही दूसरी गाड़ी में मिली और यह उन्होंने मेरठ के थाना परतापुर एरिया से चोरी की थी।
आरोपी विष्णु के घर से सैमसंग फोन,एक चैन सोना और 1200 रुपए बरामद किए गए।
आरोपी कुलदीप से 1 जोड़ी झुमका सोना, एक चांदी की चेन, ₹1000 जो कि कंकर खेड़ा मेरठ में उसके बहन के ससुराल से बरामद किए गए
आरोपी सोनू से एक लूटा हुआ लैपटॉप एक मोबाइल फोन सिम कार्ड के साथ ₹2000 बरामद किए गए
आरोपी जतिन से 1 जोड़ी झुमका डकैती के ₹2000 और वारदात में पहने हुए कपड़े बरामद किए गए इसके साथ ही उसके खुद का ओप्पो का मोबाइल और सिम भी बरामद की गई
ब्रह्मजीत के साले विष्णु ने वारदात के 15 दिन पहले ही वारदात में प्रयोग किया गया असला अपने जीजा ब्रह्मजीत को ला कर दिया था और वारदात वाले दिन ब्रह्मजीत ने यह असला वापस विष्णु को दे दिया और ब्रह्मजीत के घर पर होने की खबर भी ब्रह्मजीत ने विष्णु को दी थी
आपको बताते चलें कि दिनांक 11 अगस्त 2020 को मृतक मोनिका और उसके पति सुखबीर की कुछ अज्ञात लोगों ने गांव जसाना फरीदाबाद में उनके घर में उनकी हत्या कर दी थी जिस पर पुलिस ने थाना तिगांव में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
मामला पुलिस कमिश्नर के संज्ञान में आने के बाद पुलिस कमिश्नर ने घटना स्थल का दौरा कर मौके पर मौजूद क्राइम ब्रांच अधिकारियों को आरोपियों की धरपकड़ कर वारदात को जल्द सुलझाने के निर्देश दिए थे।
पुलिस कमिश्नर स्वयं कर रहे थे केस की मॉनिटरिंग।
पुलिस कमिश्नर श्री ओपी सिंह के दिशा निर्देश पर कार्य करते हुए डीसीपी क्राइम श्री मकसूद अहमद के मार्गदर्शन में, एसीपी क्राइम श्री अनिल यादव के नेतृत्व में हत्या के आरोपियों की जल्द धर पकड़ के लिए क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 प्रभारी विमल की टीम, सेक्टर 85 प्रभारी सुमेर और डीएलएफ प्रभारी सुरेन्द्र और क्राईम ब्रांच एन.आई.टी की टीम को लगाया गया था।
ए.सी.पी क्राईम श्री अनिल यादव और उनकी क्राइम ब्रांच की टीम ने घटना स्थल की जांच में सामने आए साक्ष्यों के आधार पर एवं सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी के आधार पर दोहरे हत्याकांड के मामले को मात्र 24 घंटे में खुलासा करते हुए आरोपी विष्णु सहित तीन निम्नलिखित आरोपियों को पहले ही गिरफतार कर चुकी है।
1. विष्णु उम्र 25 वर्ष निवासी वजिराबाद दिल्ली।
गिरफतारी बाई पास रोड सै.0 29 फरी0।
2. सोनू पुत्र कटार सिंह उम्र 22 वर्ष निवासी मेरठ यू.पी।
गिरफतारी मेरठ यू.पी।
3. यतिन उर्फ छोटू उम्र 22 वर्ष निवासी मेरठ यू0पी।
गिरफतारी मेरठ यू.पी।
4. कुलदीप कुमार उर्फ कैलाश सिंह उम्र 22 वर्ष निवासी मेरठ यू.पी।
गिरफतारी मेरठ यू.पी।
आरोपी कुलदीप के खिलाफ जिला मेरठ में लडाई झागडे का एक मामला दर्ज है।
एसीपी क्राईम श्री अनील यादव ने बताया कि आरोपी ब्रह्मजीत मृतक मोनिका का भाई है। मृतक मोनिका और सुखबीर की हत्या, विष्णु ने अपने उपरोक्त साथियों के साथ योजना के अनुसार वारदात को अंजाम दिया था।
पूछताछ पर मुख्य आरोपी विष्णु ने बताया कि उसकी बहन कि कुछ फोटोग्राफ्स मृतक सुखबीर के पास थी। जिसको लेकर मृतक सुखबीर, आरोपी विष्णु की बहन (मोनिका की भाभी) को ब्लैकमेल कर रहा था। जिसके चलते आरोपी विष्णु ने अपने उपरोक्त तीन साथियों सहित मिलकर मोनिका और सुखबीर की योजना के तहत हत्या कर दी थी।