पीड़ित छात्रा ने उठाया आत्मघाती कदम, सेंट जोसफ स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन।
सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल के बाहर कई दर्जन अभिभावकों ने सोमवार को प्रदर्शन किया।
अभिभावकों ने जिला शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन दिया है।
अभिभावकों ने ज्ञापन में कहा
- सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल में विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने प्रवेश परीक्षा पास करके 11वीं कक्षा में दाखिला लिया था।
- इनमें से अधिकांश बच्चों को फेल कर दिया गया है।
- सीबीएसई ने 13 मई को पुनर्मूल्यांकन के लिए एक सर्कुलर जारी किया था।
- इसके बावजूद स्कूल प्रशासन पुनर्मूल्यांकन करवाने को तैयार नहीं है।
- बड़ी मुश्किल के बाद स्कूल प्रशासन पुनर्मूल्यांकन के लिए राजी हुआ, लेकिन अभिभावकों से कनसेंट फार्म भी भरवा लिया, जिसका लव्वोलुवाव यह है कि बच्चों को 12वीं दाखिला नहीं दिया जाएगा।
- स्कूल ने आनन-फानन में री एग्जाम का विस्तृत सिलेबस तैयार किया।
- इस सिलेबस को छात्रों तक फारवर्ड कर दिया गया।
- दो माह से कोरोना महामारी के कारण बच्चे वैसे ही पढ़ाई से दूर हो चुके थे।
- स्कूल ने बहुत ही कठिन प्रश्न पत्र तैयार किया, ताकि बोर्ड की आंखों में धूल झोंकी जा सके।
- न तो बच्चों को प्रश्न पत्र अपने साथ ले जाने दिया गया और न ही उन्हें तैयारी का कोई मौका दिया गया।
- आत्मघात का डर
- सभी पीड़ित छात्र-छात्राएं मानसिक यंत्रणा से गुजर रहे हैं।
- यहां तक की एक अभिभावक की बच्ची ने आत्मघाती कदम भी उठा लिया था।
- बड़ी कोशिशों के बाद बच्ची को बचाया जा सका।
- हमें डर है कि हमारें बच्चे भी इस अवसाद के कारण कोई बुरा कदम न उठा लें।
- स्कूल प्रबंधन की तमाम कारगुजारियां मानवीय नहीं है।
- अभिभावक प्रिंसीपल से मिलना चाहते थे, तो उन्हें खदेड़ दिया गया।
- स्कूल ने सोची-समझी साजिश के साथ बच्चों को फेल किया है।
- अभिभावकों ने शिक्षा प्रशासन से स्कूल के खिलाफ विस्तृत जांच की मांग की है।