पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि एवं बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेसियों का हल्ला बोल
भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस की कीमतों में हुई अप्रत्याशित वृद्धि एवं भयावह महंगाई के विरोध में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी सैलजा के निर्देशानुसार फरीदाबाद जिले के कांग्रेसजनों ने हरियाणा सरकार के पूर्व मंत्री ए.सी चौधरी, एनआईटी विधायक नीरज शर्मा व पूर्व विधायक रघुबीर सिंह तेवतिया की अध्यक्षता में जोरदार विरोध प्रदर्शन कर उपायुक्त फरीदाबाद के मार्फत से महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान कांग्रेसजनों ने कहा की भाजपा की जीत के साथ मोदी जी द्वारा लाए ‘महंगे दिन’ वापस आ गए हैं जिन पर चुनावों तक अल्पविराम था। भाजपा सरकार ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में ‘चुनाव जिताओ और होली पर मुफ़्त गैस सिलेंडर पाओ’ जैसे झूठे वादों पर जीत दर्ज करते ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में कमरतोड़ इजाफा कर जनता का जीना दुभर कर दिया है। अभी तो राज्य सरकारों का गठन भी नहीं हुआ है और भाजपा ने महंगाई के साथ फ़िर से गठजोड़ कर लिया है। यह कहने में भी कोई अतिश्योक्ति नहीं कि भाजपा की जीत के साथ अहंकार, निरंकुशता और महंगे दिन आते हैं। मई 2014 में जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी तो पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क क्रमशः केवल 9.20 रुपये प्रति लीटर और 3.46 रुपये प्रति लीटर था, जिसमें भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल पर 18.70 प्रति लीटर और डीजल पर 18.34 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गयी है, जो यूपीए सरकार की तुलना में क्रमशः 203 और 531 प्रतिशत ज्यादा है।
वर्ष 2014-15 से वर्ष 2021-22 तक आठ वर्षों की अवधि के बीच, केंद्रीय भाजपा सरकार ने बार-बार पेट्रोल और डीजल पर करों में वृद्धि करके जनता की गाढ़ी कमाई से आठ साल में 26 लाख करोड़ रुपए वसूले हैं। दो साल पहले लॉकडाउन के बाद से भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर कीमतों और उत्पाद शुल्क में बार-बार बढ़ोतरी करके जबरन वसूली और मुनाफाखोरी की सीमा सभी प्रकार के शोषणों को पार कर गई। दो साल पहले, 22 मार्च 2020 को पेट्रोल और डीजल की दरें क्रमशः 69.59 रुपये और 62.29 रुपये थीं, जिसे बढ़ाकर क्रमश: 96.21 रुपये प्रति लीटर और 87.47 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
26 मई 2014 को जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी, तब भारत की तेल कंपनियों को कच्चा तेल 108 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल मिल रहा था, आज भी 108.25 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल है। उस समय पेट्रोल व डीजल क्रमशः 71.41 रुपए प्रति लीटर और 55.49 रुपए प्रति लीटर में उपलब्ध था, जो आज क्रमशः 96.21 और 87.47 रुपए प्रति लीटर बेचा जा रहा है। अमेरिकी डॉलर में कच्चे तेल की कीमत वही होने के बावजूद पेट्रोल व डीजल की कीमतें क्रमशः 24.80 रुपये और 31.98 रुपये प्रति लीटर ज्यादा हैं।
राष्ट्रपति महोदय से कांग्रेस पार्टी का अनुरोध है की केंद्र की भाजपा सरकार को हिदायतें जारी करें कि पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर की कीमतों को कांग्रेस-यूपीए सरकार की दरों पर लाया जाए ताकि लोगों को इस महंगाई के दौर में कुछ राहत मिल सके।
इस दौरान मुख्य रूप से पूर्व प्रदेश महासचिव बलजीत कौशिक, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर मुकेश शर्मा, स्टेट सोशल मीडिया इंचार्ज मनोज अग्रवाल, एचपीसीसी कॉर्डिनेटर गौरव ढींगरा, प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ व जितेंद्र चंदेलिया, पूर्व चेयरमैन ओबीसी ललित भड़ाना, एआईपीसी जिलाध्यक्ष डॉ. सौरभ, युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष पराग शर्मा, पूर्व महासचिव युवा कांग्रेस मोहन ढिल्लों, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिलाष नागर व नितिन सिंगला, महिला कांग्रेस से प्रियंका अग्रवाल, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सोनू चौधरी व सुनीता फागना, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष संजीव चौधरी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलशन बग्गा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता एस. एल शर्मा, रिंकू चंदीला, वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष कौशिक, डॉ. पराग गौतम, पूर्व पार्षद रोहित सिंगला व अनिल शर्मा, विनोद कौशिक, वंदना सिंह, संजय सोलंकी, गजना लाम्बा, दलित नेता अशोक रावल, दलित नेता बाबूलाल रवि, पूर्व ट्रिब्यूनल मेंबर अनीश पाल व राजेश आर्या, अनिल नेताजी, मनोज नागर, शुभम कसाना, विजय कौशिक, कांग्रेस सेवादल सचिव सगीरन खान, युवा कांग्रेस से इक़बाल कुरैसी व चुन्नू राजपूत, अस्विनी कौशिक, सोनू सलूजा, समीर धमीजा, धर्मवती सहित अन्य सैंकडों कांग्रेसजन उपस्थित रहे।