महाराणा प्रताप जी क्षत्रिय समाज के ही नहीं अपितु समस्त बिरादरी के पूजनीय हे— उमेश भाटी
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की 480 वीं जयंती के अवसर पर तिगाँव विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी उमेश भाटी जी ने अपने निवास पर परिवार के साथ महाराणा प्रताप जी को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए ।
उमेश भाटी ने बताया की क्षत्रिय शिरोमणि महाराणा प्रताप मेवाड़ के सिसोदिया राजपूत राजवंश के वीर महाप्रतापी राजा थे । उनका नाम इतिहास में वीरता और दृढ़ प्रण के लिए अमर है । उनकी जीवनगाथा साहस ,शौर्य ,स्वाभिमान व पराक्रम की अदभुत गाथा है ।उन्होंने मुगल सम्राट अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और जीवन पर्यन्त संघर्ष करते रहे । मुगल सेना से उन्होंने जगप्रसिद्घ हल्दी घाटी व दवेर का युद्ध किया । उन्होंने कई बार मुगल सेना को पराजित किया । महाराणा प्रताप किसी एक जाति व एक धर्म के योद्धा नहीं थे । वह सम्पूर्ण राष्ट्र की विरासत है । उनकी सेना में प्रत्येक जाति व धर्म के योद्धा थे । उन्होंने अपने जीवन में प्रत्येक धर्म का आदर किया । इसका जीता जागता प्रमाण है कि उनकी सेना के सेनापति मुस्लिम समुदाय के हकीम खान सूर थे जिन्होंने हल्दी घाटी के युद्ध में अपना पराक्रम दिखा कर मुगल सेना के दांत खट्टे किए ।इस अवसर पर गगन सिसोदिया जी, लोकेश भदोरिया जी ,विमलेश कुमारी कल्पना भाटी मोनिका भाटी पुनीत भाटी हर्ष सिंह सुमित ने भी पुस्प अर्पित किए।