राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस – राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस पर पोलियो को हराने का आह्वान।
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस, सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड और गाइडस ने राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस पर पोलियो उन्मूलन विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि शरीर में प्रतिरक्षण क्षमता सुदृढ़ होने पर ही व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। प्रतिरक्षण क्षमता के लिए वैक्सीनेशन अर्थात टीकाकरण के माध्यम से छोटे बच्चों को डॉक्टरों द्वारा टीका लगाया जाता है और इसी टीका लगाने की प्रक्रिया को वैक्सीनेशन कहा जाता है। इस की सहायता से बच्चों को खतरनाक रोगों से सुरक्षित रखा जाता है। जब भी कोई नवजात शिशु पैदा होता है तो उसे कई तरह के टीके लगाए जाते हैं। ताकि उसको कोई घातक बीमारी ना हो। 1995 में पहली बार प्रतिरक्षण क्षमता विकसित करने हेतु टीकाकरण दिवस हमारे देश में मनाया गया था। वास्तव में इसी वर्ष भारत सरकार ने देश में ‘पल्स पोलियों अभियान’ की शुरुआत की थी। सरकार ने इस योजना के माध्यम से देश से पोलियो को समाप्त करने का लक्ष्य रखा था और जब से हर वर्ष पूरे देश में राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस इस दिन मनाया जा रहा है। हर वर्ष इस दिन छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाते हैं और लोगों को प्रतिरक्षण के फायदों के बारे में बताया जाता है। आस-पास के देशों में पोलियो का अभी अभी उपस्थित रहना एक खतरनाक कारक है और प्रतिरक्षण से संबंधित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने ऐसे कारकों पर अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ चर्चा की है और प्रतिरक्षण प्रणाली को मजबूत बनाए रखने पर महत्व दिया है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि वर्तमान मे कोविड प्रबंधन और प्रतिरक्षण सेवाओं के साथ-साथ गैर-कोविड आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं भी एक दूसरे पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना एक के बाद एक आगे बढ़ाई जा सकें, सरकार इस दिशा में दृढ़ता से कार्य कर सफल रही है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा, प्राध्यापिका जसनीत कौर, शिवानी, हेमलता, संजय मिश्रा, प्रवीण सिंह, मंजू और छात्राओं ताबिंदा, सोनी, निकिता, अंकिता, शिल्पा वर्मा और अंजुम ने प्रतिरक्षण सुदृढ़ बना कर पोलियो को समाप्त करने का आह्वान किया।