विधायक ने चिट्ठी लिखकर शराब चालू करने की मांग की।
शराब की बिक्री न चालू होने के कारण कई राज्यों मैं वहां के लोगों की बेचैनी काफी बढ़ गई है दिल्ली एनसीआर के आसपास तो जोरों से शराब माफिया का धंधा तेजी से चल रहा है वही बीड़ी सिगरेट तंबाकू जिस पर बैन लगा हुआ है ₹50 की चीज ₹100 में मिल रही है और ₹10 की चीज ₹50 में मिल रही है मिल सबको रही है लेकिन ब्लैक में मिल रही है वही हाल दारू का भीहै अगर हरियाणा की बात करें तो यहां पर भी जिस हिसाब से रोजाना केस ऐसे आ रहे हैं जिसमें शराब माफियाओं को पुलिस पकड़ रही है उस हिसाब से देखा जाए तो कहीं ना कहीं शराब तस्कर जो है वह चोरी-छिपे लोगों को शराब उपलब्ध करा रहे हैं लेकिन अब तो विधायक भी शराब चालू करने की डिमांड करने लगे हैं ताजा मामला राजस्थान के सांगोद क्षेत्र से कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि वह लॉकडाउन के दौरान राज्य में शराब की दुकानों को फिर से खोलने का आदेश दें। अपने पत्र में कांग्रेस विधायक ने चिंता जाहिर की है कि शराब की दुकानों के न खुलने से अवैध शराब का धंधा और बिक्री बढ़ रही है। विधायक ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि शराब की दुकानों के न खुलने से राज्य की अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है और इस कारण राज्यभर में अवैध देशी शराब को बनाया और बेचा जा रहा है।
सिंह ने कहा कि जब शराब से हाथ धोने से कोविड-19 वायरस साफ हो सकता है तो शराब पीने से निश्चित रूप से गले से वायरस भी साफ हो जाएगा। इसलिए सरकार को शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से बाजार में शराब की मांग अधिक है, इसलिए पीने वाले इसका स्वागत कर रहे हैं। शराब की बिक्री न होने से सरकार को हानि हो रही है, वहीं पीने वालों के स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो रहा है।