वैक्सीनेशन और ईसीएलजीएस 2.0 से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीदें बढ़ीं। आईएमएसएमई
फरीदाबाद। प्रमुख औद्योगिक संगठन आईएमएसएमई ऑफ इंडिया ने देश में कोविड-19 वैक्सीनेशन की प्रक्रिया आरंभ होने तथा इसके साथ ही दूसरी ओर वित्तीय संस्थानों द्वारा कोविड से प्रभावित व्यवसाओं की सहायतार्थ आपातकालीन जनसुविधा गारंटी के दूसरे संस्करण के तहत एमएसएमई सेक्टर को 15571 करोड रुपए के अतिरिक्त ऋण के वितरण संबंधी आंकड़ों पर सुखद प्रतिक्रिया व्यक्त की है। संगठन ने विश्वास जताया है कि 2021 निश्चित रूप से कम बैक ईयर की ओर कदम बढ़ाने वाला वर्ष सिद्ध होगा।
आईएमएसएमई ऑफ इंडिया के चेयरमैन राजीव चावला के अनुसार यह निश्चित रूप से हर्ष का विषय है स्वास्थ्य विभाग तथा वित्त मंत्रालय कोविड-19 से हुए डैमेज को कंट्रोल करने के लिए अपने-अपने स्तर पर व्यापक कदम उठा रहे हैं।
वित्त मंत्रालय द्वारा की गई ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते श्री चावला ने कहा है कि वित्त संबंधी पैकेज ठीक वैसे ही अर्थव्यवस्था से जुड़े सभी क्षेत्रों को स्वास्थ्य बनाने में सहायता प्रदान करेगा जैसे वैक्सीनेशन व्यक्ति को संक्रमण से बचाने में सहायक सिद्ध होगी।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने अपनी ट्वीट में कहा है कि सरकार ने एमएसएमई को वित्तीय सहायता के लिए ईसीएलजीएस 2.0 को आरंभ किया है। मंत्रालय के अनुसार 2772 कर्जदारों को 15571 करोड़ रुपए का कर्ज आवंटित किया गया हैै।
आईएमएसएमई ऑफ इंडिया के क्रेडिट काउंसलर व अर्थ वृत्त कैपिटल के फाउंडर सुनील कुमार पांडे का मानना है कि ईसीएलजीएस 2.0 को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के लिए आरबीआई व केंद्र सरकार को वित्तीय संस्थानों के लिए स्पष्ट गाइडलाइन तैयार करनी होगी ताकि इस बूस्टर पैकेज का लाभ एमएसएमई सेक्टर को फौरी तौर पर मिल सके।
आईएमएसएमई ऑफ इंडिया ने विश्वास व्यक्त किया है कि शीघ्र ही भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी पुरानी गति पर लौटेगी और स्वास्थ्य, रोजगार और हॉस्पिटैलिटी सहित ऑटोमोबाइल, इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग व कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री सहित निर्यात के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए जाएंगे।