स्वर्गीय पंडित रोहतास पहलवान जी के परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में श्री कृष्ण जन्म लीला के दौरान श्रद्धालु जमकर झूमे।
स्वर्गीय पंडित रोहतास पहलवान जी के परिवार द्वारा सप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा में पहुंचे पूर्व मंत्री हरियाणा सरकार विपुल गोयल ।खेड़ी पुल चौक पर स्वर्गीय पंडित रोहतास पहलवान जी के परिवार द्वारा सप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें रोजाना ही भगवान श्रीकृष्ण जी के सुंदर प्रसंगों का वर्णन जा रहा है। बुधवार को श्रीमद्भागवत कथा में श्री कृष्ण जन्म लीला का आयोजन किया गया। भागवत कथा में भगवान कृष्ण की झांकियां सजाई गई और भजन हुए। भजनों पर श्रद्धालु जमकर झूमे। भगवान श्रीकृष्ण की जयकारे लगाए। इस मौके पर पूर्व मंत्री हरियाणा सरकार विपुल गोयल विशेष रुप से कथा सुनने पहुंचे । श्री कृष्ण जन्म लीला के दौरान उन्होने सुंदर दृश्य देखकर स्वर्गीय पंडित रोहतास पहलवान जी के परिवार को इस आयोजन के लिए बधाई दी । और कहा कि जो भगवान श्री कृष्ण पर विश्वास करता है, उसके हर संकट को अवश्य टल जाते हैं। व्यक्ति को हर स्थिति में समभाव से रहना चाहिए। इस मौके पर भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की कथा का वर्णन के दौरान श्रोता भाव विभोर होकर कथा का आनंद लेते रहे। कथावाचक व्यास जी संत श्री हरिदास जी महाराज जी ने बताया कि भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि की आधी रात को मथुरा के कारागार में वासुदेव की पत्नी देवकी के गर्भ से भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था । श्रीकृष्ण के जन्म की इसी शुभ घड़ी का उत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा था। द्वापर युग में श्रीकृष्ण ने बुधवार के दिन रोहिणी नक्षत्र में जन्म लिया था। अष्टमी तिथि को रात्रिकाल अवतार लेने का प्रमुख कारण उनका चंद्रवंशी होना है। श्रीकृष्ण चंद्रवंशी, चंद्रदेव उनके पूर्वज और बुध चंद्रमा के पुत्र हैं। इसी कारण चंद्रवंश में पुत्रवत जन्म लेने के लिए कृष्ण ने बुधवार का दिन चुना कथावाचक ने कहा रोहिणी चंद्रमा की प्रिय पत्नी और नक्षत्र हैं। इसी कारण कृष्ण रोहिणी नक्षत्र में जन्मे। अष्टमी तिथि शक्ति का प्रतीक है, कृष्ण शक्तिसंपन्न, स्वमंभू व परब्रह्म है इसीलिए वो अष्टमी को अवतरित हुए। कृष्ण के रात्रिकाल में जन्म लेने का कारण ये है कि चंद्रमा रात्रि में निकलता है और उन्होंने अपने पूर्वज की उपस्थिति में जन्म लिया। कि श्री हरि विष्णु श्रीकृष्ण ने योजनाबद्ध रूप से पृथ्वी पर मथुरापुरी में अवतार लिया।
कथा के अंत में स्वर्गीय पंडित रोहतास पहलवान जी के परिवार के प्रमुख सदस्य किशन ठाकुर ने आए हुए सभी भक्तों का आने पर धन्यवाद किया। और आने वाली 27 तारीख को श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन सुबह 12 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। किशन ठाकुर ने कहा कि पाराशर परिवार शहर की खुशहाली की कामना करता है और सप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा में भाग लेने और अंतिम दिन विशाल भंडारें में शामिल होकर सभी लोग अपना जीवन सफल बनाए ऐसी कामना करता है। इस मौके पर अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र शर्मा बबली , भारत पाराशर, बलबीर पाराशर, शिवा पाराशर, महावीर पाराशर, डॉ जगदीश पाराशर, बिल्ला पाराशर, पंडित राकेश शर्मा, आदि ने मुख्य भूमिका निभाई। इसके अलावा समस्त पाराशर परिवार ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।